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चिकित्सा-चन्द्रोदय ।
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पलित रोग चिकित्सा। र असमयमें बाल सफ़ेद होनेका इलाज । *
ACEB% क और परिश्रम आदिसे कुपित हुआ वायु शरीरकी
शो गरमीको सिरमें ले जाता है; उधर मस्तकमें रहनेAGO वाला भ्राजक पित्त भी क्रोधसे कुपित हो जाता है । “प्रकुपित हुआ एक दोष दूसरे दोषको भी कुपित करता है" इस वचनके अनुसार, वात और पित्त कफको भी कुपित करते हैं। कुपित हुआ कफ बालोंको सफेद कर देता है। इस तरह इन तीनों दोषोंके कोरसे बाल सफ़ेद हो जाते हैं । असमयमें बाल सफ़ेद होनेके रोगको “पलित रोग” कहते हैं।
चिकित्सा। (१) आमले नग २, हरड़ नग २, बहेड़ा नग १, लोहचूर १ तोले और आमकी मींगी ५ तोले-इन सबको लोहेके बर्तनमें महीन पीसकर, थोड़ा पानी मिला दो और रात-भर खरल में ही पड़ा रहने दो। दूसरे दिन इसका लेप बालोंपर करो। अकाल या जवानीमें हुआ पलित रोग तत्काल आराम हो जायगा; यानी सफेद बाल काले हो जायेंगे।
(२) भांगरा, सफेद तिल, चीतेकी जड़ और माठा-इनको मिलाकर खानेसे पलित रोग नाश हो जाता है।
(३) आमले और लोहका चूर्ण दोनों पानीमें पीसकर लेप करनेसे पलित रोग नाश हो जाता है।
(४) भाँगरा, नीलके पत्ते और लोह-भस्म,--इनको बराबर
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