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Achar
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पेंडा मरकी मने गमे ॥ मन० ॥ तनमनी कोहळा पाक ॥ लाल० ॥ उपर जोजन अतिभलां ॥ मन० ॥ सुंदर शोभित शाक || लाल० ॥६॥ सजन कुटुंब संतोषीया ॥ मन० ॥ नेम वधारयो वान ॥ लाल०॥ ट्रंप भर्यो शिर शोभतो ॥ मन० मुख चावे बहु पान ॥ लाल० ॥ ७ ॥ काने कुंडल रयणमई ॥ मन० ॥ कमर बांधीरे कमाय ॥ लाल० ॥ चामर विझे चिहुं दिसे ॥ मन० ।। गज चढीया नेमराय ॥ लाल०॥८॥ चीर पीतांबर पामरी ॥ मन० ॥ कंठे कुसुमनो हार ॥ ॥ लाल ॥ गजरथ घोडा पालखी ॥ मन० ॥ आगल बहु असवार ॥ लाल० ॥ ९ ॥ छपन कोडि यादव मल्या ॥ मनः ॥ चाली जिनवर जान ॥ लाल० ॥ कोकिल कंठ कामिनी ॥ मन० ॥ गोपी करे तिहां गान ॥ लाल० ॥ १० ॥ ढोल ददामा गडगडे ॥ ॥ मन० ॥ पंच शब्द तिहां सार ॥ लाल० ॥ तोरण आव्या नेमजी ॥ मन० ॥ सुणीओ पशु नो पोकार ॥ लाल० ॥ ११ ॥
॥ ढाल ॥ ४॥ हरिणी कहे सुणो कंथ हमारा,
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