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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रमाणिक ७१३ प्रमीला प्रमाणिक (वि०) [प्रमाण ठन्] माप का अधिकार ग्रहण करने वाला अधिकार रूप का धारक। प्रमाता (स्त्री०) प्रमिति क्रिया का कर्ता, चेतन या परिणमन स्वभाव वाला जीव प्रमाता कहलाता हैं 'प्रमाता चेतनः परिणामी रक्ष्यमाणो जीव:' (सिद्धि वि० ९७) 'प्रमाता प्रत्यक्षादिप्रसिद्ध आत्मा' प्रमातामहः (पुं०) परनाना। प्रमातामही (स्त्री०) पर नानी। प्रमातु (वि०) ज्ञाता। (सम्य० ११७) प्रमाथः (पुं०) [प्र+मथ्+घञ्] प्रपीडन, संताप, दुःख। ०क्षुब्ध करना, दुःखित करना। मथना, बिलौना। ०वध, विनाश, घात, विध्वंस। हिंसा, अत्याचार। ०बलपूर्वक अपहरण। प्रमाथिन् (वि०) [प्र+मथ्+णिनि] ०प्रताड़ित करने वाला, यातना देने वाला, सताने वाला, कष्ट देने वाला, दुःख पहुंचाने वाला। ०वध करने वाला, घात करने वाला विनाश करने वाला। फाड़ने वाला, विर्दीण करने वाला। गिराने वाला, पछाड़ने वाला। प्रमादः (पुं०) [प्र+मद्+घञ्] ०अनादर करना, प्रताड़ना। अवहेलना, असावधानी, लापरवाही। उन्मत्तता, पागलपन। गलती, त्रुटि। दुर्घटना, उत्पात, संकट, भय। योगों की दुष्प्रवृत्ति। आगमोक्त क्रिया अनुष्ठानों में अनुत्साह। ०आलस्य, उदासीनता। प्रमादकलित (वि०) प्रमाद युक्त, अनादर करने वाला। प्रमादचरितं (नपुं०) प्रमाद से आचरण करना प्रमादचर्या। अनर्थदण्डव्रत का भेद। प्रमादचर्या (स्त्री०) प्रमत्ताचरण। प्रमादभावः (पुं०) आलस्यभाव, उदासीनता का भाव। प्रमादवश (वि०) प्रमाद के वशीभूत। (समु०५/१३) 'मा स्म कच्चिदपराधविहीनः स प्रमादवशतो भुवि दीनः।। (समु०५/१३) प्रमादाचरितं (नपुं०) प्रमादचर्या। प्रमत्ताचरण। प्रमादाप्रमादः (पुं०) प्रमाद और अप्रमाद का स्वरूप। प्रमादी (वि०) प्रमाद युक्त, आलस्य सहित। (समु० ९/२८) प्रमापणं (नपुं०) शस्त्र, वध, मारण। 'प्रमापणं मारणं प्रमाया: प्रमाणास्य पणो व्यवहारः' (जयो०वृ० ८/४६) शास्त्र जहां प्रमापण/मरण में एक मात्र नियुक्त होता है, वहीं शास्त्र प्रमाकरण या प्रमाण के व्यवहार में कुशल होते हैं। (जयो हि० ८/४६) समझदार। (जयो० ७/४७) प्रमार्जनं (नपुं०) [प्र+मृज्+णिच्ल्युट] ०साफ करना, स्वच्छ बनाना। रगड़ना, झाड़ना। धोना, प्रक्षालन करना। मिटा देना। जीवों के संरक्षणार्थ मृदु उपकरणों के द्वारा झाड़ना। 'प्रमार्जनमुपकरणोपकारः'। प्रमार्जनासंयमः (पुं०) प्रमार्जन करके गमन करना। रजोहरण आदि से स्वच्छ करके स्थान आदि ग्रहण करना। प्रमार्जित (वि०) स्वच्छ किया हुआ, झाड़ा हुआ। प्रमाष्टि (वि०) परिमार्जित, पोंछा गया। (दयो० ८/१०२) प्रमित (भू०क०कृ०) [प्र+मा+क्त] सीमित, मापा हुआ, तुला हुआ। ०ज्ञात, समझा हुआ। प्रमाणित, प्रदर्शित। प्रमितिः (स्त्री०) [प्र+मा+क्तिन्] ०माप, नाप। सत्यार्थ का बोध, यथार्थज्ञान की प्रतीति। किसी प्रमाण या ज्ञान के स्रोत से प्राप्त जानकारी। संशय, विपर्यय आदि से रहित बोध। प्रमाण का फल। प्रमिति, स्वार्थविनिश्चयः अज्ञाननिवृत्तिः साक्षात् प्रमाणस्य फलम्। (सिद्धिoहि० ३७) प्रमिल् (अक०) [प्र+मित्] मिलना, एकत्रित होना। (जयो० १२/१०६) प्रमीढ़ (वि०) [प्र+मिह+क्त] सघन, प्रगाढ़, सटा हुआ, घन। प्रमीत (भू०क०कृ०) [प्र+मी+क्त] ०मृतक, मरा हुआ। प्रमीतः (पुं०) बलि चढ़ाया गया पशु। प्रमीति (स्त्री०) [प्र+मी+क्तिन्] मृत्यु, मरण, विनाश, निधन। प्रमीला (स्त्री०) [प्र+मील्+अ+टाप्] ०आलस्य, तन्द्रा, अनुत्साह। स्त्री नाम विशेष। For Private and Personal Use Only
SR No.020130
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages450
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size24 MB
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