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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रतिबंधनं ६९० प्रतिभामय प्रतिबंधनं (नपुं०) [प्रति+वंध् ल्युट्] ०बांधना, कसना, जकड़ना। ज्ञान, विशेष जानकारी। ०कैद, बन्धन। अनुदेश, शिक्षण। ०अवरोध, रुकावट। तर्क, मनःशक्ति, ऊहा-पोह का विचार। प्रतिबन्धभावः (पुं०) विरोधभाव। (वीरो० २०/२५) प्रतिबोधनं (नपुं०) [प्रति+बुध+णिच् ल्युट्] जगाना, सचेत प्रतिबंधिः (स्त्री०) [प्रति+बंध+इति] ०आक्षेप, दोष। करना। विरोध सूचक तर्क। ज्ञान देना, शिक्षण, अनुदेश। प्रतिबन्धु (वि०) समानता युक्त। मित्र योग्य व्यक्तित्व प्रतिबोधनता (वि०) शील, व्रतादि को निर्मल करने वाला। वाला मित्र। प्रतिबोधित (वि०) [प्रति+बुध+णिच्+क्त] ०अनुदेशित। प्रतिबल (वि०) शक्ति में समान, सदृश बल युक्त। जागृत किया गया। ०एक दूसरे में समान शक्ति। शिक्षित, उपदेशित। (समु० ४/१६) प्रतिबाधक (वि०) [प्रति वाध्+ण्वुल्] ०हटाने वाला, दूर | प्रतिबोधिन् (वि०) पूर्ण रूप से ग्रहण करने वाला। 'यत् करने वाला। कथ्यते अभिधीयते तत्सर्वं यः प्रतिबुध्यते स प्रतिबोधी। रोकने वाला, अवरुद्ध करने वाला। (जैन०ल० ७४३) प्रतिवाधनं (नपुं०) [प्रति+व+ ल्युट्] ०हटाना, दूर करना। प्रतिभा (अक०) [प्रति+भा] शोभित होना, रुचिकर होना। न रोकना, अवरुद्ध करना। काचिदन्या प्रतिभातिभिक्षा (वीरो० ५/४) प्रतिबाहुः (पुं०) भुजा का अगला भाग, कोहनी से नीचे का | प्रतिभा (स्त्री०) [प्रति+भ+क+टाप्] ०प्रज्ञा, बुद्धि, प्रखरधी। भाग। प्रतिभा नव-नवोल्लेखशालिनी प्रज्ञा। प्रतिबिम्बः (पुं०) प्रतिमूर्ति, परछाई। यद्विज्ञानमुत्पद्यते सा प्रतिभा। प्रतिमा, चित्र, पुतला। ०दर्शन, दृष्टि। (दयो० १२/३६) प्रतिबिम्बभट् (वि०) प्रतिस्पर्धी, प्रतिद्वन्द्वी, प्रतिपक्षी। प्रकाश, प्रभा। शत्रुपक्ष का योद्धा। चातुरी। (जयो० १६/८४) प्रतिबिम्बनं (नपुं०) [प्रतिबिम्ब क्विप्+ल्युट] परछाई, प्रतिमूर्ति, बुद्धि, समझ। प्रतिमा। ०प्रतिबिम्ब, परछाई, छाया। तुलना, समानता। प्रतिभा (अक०) प्रतिभाषित होना, प्रतिभाति प्रतिभातु। (सुद० प्रतिबिम्बित (वि०) [प्रतिबिम्ब+क्विप्+क्त] प्रतिफलित, १/१४) चमकना, (सुद० १२९) परछाई युक्त। (जयो०वृ० १२/११६) निपपौ चषकार्पित प्रतिभात (भू०क०कृ०) [प्रति+आ+क्त] उज्ज्वल, प्रकाशयुक्त। न नीरं जलदायाः प्रतिबिम्बितं शरीरम्। (जयो० १२/१२०) ०ज्ञान। प्रतिबुध् (अक०) जागना, सचेत होना। (जयो० २/१५६) ०अध्याहत, अवगत। प्रतिबुद्ध (भू०क०कृ०) [प्रति+बुध्+क्त] जागृत, सचेत, प्रतिभागत (वि०) बुद्धिमान्। प्रख्यात, प्रसिद्ध। प्रतिभादः (पुं०) बुद्धिमान्-प्रतिभा ददतीति (जयो० ५/५५) ०पहचाना हुआ, देखा हुआ। प्रतिभा (नपुं०) [प्रति+भा ल्युट्] प्रकाश, प्रभा, कान्ति, प्रतिबुद्धः (पुं०) सम्यक्त्व के विकास को प्राप्त, मिथ्यात्वाभाव वाला व्यक्ति। ०ज्ञान गुण युक्त व्यक्ति। प्रतिभारतः (पुं०) भारतदेश। (मुनि० ३४/ ) प्रतिबुद्धजीवी (वि०) जितेन्द्रिय, संयमप्रधान व्यक्ति। प्रतिभान्वित (वि०) मेधावी, प्रज्ञावान, बुद्धिमान्, प्रतिभा प्रतिबुद्धिः (स्त्री०) जागरण, सचेत। सम्पन्न। विरोधी अभिप्राय। प्रतिभाप्राप्त (वि०) प्रभा प्राप्त, विकास को प्राप्त, कान्ति को प्रतिबोधः (पुं०) [प्रति+बुध+घञ्] जागरण, सचेत, प्राप्त हुआ। कर्तव्याभास। (जयो० १४/४५) प्रतिभामय (वि०) स्फूर्तिजन्य। (जयो० ९/२४) दीप्ति। For Private and Personal Use Only
SR No.020130
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages450
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size24 MB
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