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अध्यशन
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ज्यध्याहार
वाला।
लगातार उद्योग करने वाला, उद्यमी, अध्यापन · संज्ञा, पु० (सं० शिक्षण, पढ़ाने उत्साही, उद्योगी परिश्रमी, कर्मण्य
का कार्य। अध्यशन-- संज्ञा, पु. ( सं० यौ० ) भोजन श्रध्याय - संज्ञा, पु० सं० ) ग्रंथ-विभाग, कर चुकने के बाद ही फिर भोजन करना पाठ, प्रकरण, परिच्छेद, सर्ग, पर्व। अधिक मात्रा में स्वाना।
अध्यायी-वि० (सं० ) अध्याय वाली, अध्यशनी-वि० (सं०) अधिक खाने अध्याय युक्त, जैसे “ अष्टाध्यायी'।
अध्यारोप संज्ञा, पु. ( सं० ) एक व्यापार अध्यस्त- वि० (सं.) किसी अधिष्ठान को दूसरे में लगाना, मिथ्या आग्रह में भ्रम रखने वाला, जैसे रस्सी में सर्प का अधिक्षेप श्राक्षेप, लोकन, कलंक, दोष, (वेदान्त)।
अध्यास, मिथ्या कल्पना. अन्य में अन्य का अध्यात्म-संज्ञा, पु० (सं० ) ब्रह्म-विचार, भ्रम और आरोपण। ज्ञानतत्व, आत्मज्ञान, आत्म-विषयक, यात्म अध्यारोपण ----संज्ञा, १० (सं० ) दोषासम्बन्धी।
रोपण। अध्यात्मश संज्ञा, पु० (सं० यौ० )| अध्यारोहण--संज्ञा, पु० (सं० श्रारोहण, ऋषि, मुनि, आत्म-दर्शक ।
चढ़ना। अध्यात्मविद्या--संज्ञा, स्त्री० (सं० यौ०) अध्यारोही--संज्ञा, पु० (सं०) प्रारोहण ब्रह्मविद्या, आत्मतत्व-विषयक शास्त्र । कर्ता, चढ़ने वाला। अध्यात्मरति -- संज्ञा, स्त्री० (सं० यौ०) । अध्यास.... संज्ञा, पु० (सं०) अध्यारोप, भ्रम, अात्म या ब्रह्म विद्या या विषय में अनुराग, भूल, एक वस्तु में दृररे की कर पना. अध्यात्मरल ---- संज्ञा, पु० (सं० ) ब्रह्म ज्ञान निवास, मिथ्या ज्ञान । में लगे हुए. अध्यात्मरता- संज्ञा स्त्रो० प्राध्यासन-संज्ञा. पु. ( सं० ) उपवेशन, (सं० ) अध्यात्मनिष्टा, जीवात्मा, परमात्मा बैठना, अारोपण। पारमाथिकता।
अध्यासी-वि० (सं० ) कृतनिवाल, वि. अध्यात्मवाद-- संज्ञा, पु० (सं० ) आत्मा- अध्यासित, उपविष्ट बैठा हुआ। परमात्मा सम्बन्धी विवेचन या सिद्धान्त,
श्रध्यासत्ति-वि० (सं०) कृतारोप, उपविष्ट । वेदान्तबाद।
अध्यासीन-- वि० (सं० ) यापनस्थ, कृताअध्यात्मवादी-संज्ञा, पु. (सं० ) अध्यात्म धिवेशन उपविष्ट, बैटा हुआ। सिद्धान्त का मानने वाला, वेदान्ती,
अध्याहरणा--- संज्ञा, पु० (सं० ) कल्पना दार्शनिक ।
या वितर्क करना, विचार, बहस करना, अध्यात्मिक-- वि० (सं० आध्यात्मिक ) वाक्य-पूर्ति के लिये उसमें ऊपर से कुछ आत्मा-सम्बन्धी।
अन्य शब्द जोड़ना, अस्पष्ट वाक्य को दृपारे अध्यात्मिकता-संज्ञा, स्त्री० (सं० )।
शब्दों में स्पष्ट करना। अध्यापक-संज्ञा, पु० (सं० ) शिक्षक, गुरु अध्याहार ... संक्षा, पु. ( सं०) आकांक्षा, पढ़ाने वाला, पाठक, उपाध्याय, उस्ताद, वाक्य-पूर्ति के लिये शब्द-खोज तथा शब्द स्त्री०-अध्यापिका-शिक्षिका।
योजना, वाक्य के लुन शब्दों को खोज कर अध्यापकी-संज्ञा, स्त्री० (सं० ) पढ़ाने का रखते हुए उसे पूरा कर स्पष्ट करना, वाक्यकाम, मुदरिंसी।
पूर्ति के लिए शब्दयोजना।
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