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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जोगिया ૭ર जोधन (सं० योगिनी ) योगी की स्त्री, पिशाचिनी जोड़ी! पाँव के जूते. धोती का जोड़ा, ६४ हैं, एक विचार (ज्यौं० )। " योगिनी नरमादा । मुहा०--जोड़ा खाना-पशु सुखदा वामे"- ज्यौं । पतियों के नर-मादे का प्रसंग।। जोगिया-वि० दे० (हि. जोगी + इया- | जोडाई -- संज्ञा, स्त्री० दे० । हि० जोड़ना + प्रत्य० ) गेरू से रंगा वस्त्र । संज्ञा, पु० (दे०) श्राई-प्रत्य०) जोड़ने की क्रिया का भाव, योगी। दीवार उठाना ( ईटों की) जोड़ने की जेगी--- संज्ञा पु० दे० ( सं० योगी) योगी। मज़दूरी। "तौलौं जोगी जगत गुरु, जौलौं रहै निराम' ! जोडी - संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० जोड़ा ) जोड़ा जैसे बैलों का मुदगर, मंजीरों की जोड़ी, जोगीडा-संज्ञा, पु० दे० (हि. जोगी+ दो घोड़ों की गाड़ी। डा-प्रत्य० ) गान-भेद भिक्षुक विशेष। जोड़-संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० जोड़ा ) स्त्री, जोगेश्वर--संज्ञा, पु० दे० यौ० (सं० यागे- पत्नी औरत, जोरू। यौ०-जोड-जाँता । श्वर) बड़ा भारी योगीराज श्रीकृष्ण, शिव। जोत--संज्ञा, स्त्री० (हि. जोतना ) जो रस्सी जोजन--संज्ञा, पु० दे० ( सं० याजन ) चार बैल या घोड़े के गले में गाड़ी जोतते समय कोल की दूरी । " सोरा जोजन प्रानन बाँधी जाती है, जोतने का मौका, जोता ठयऊ"--रामा०। (दे०) । (सं० ज्योति ) प्रकाश | जोति । जेोटा -संज्ञा, पु० दे० (सं० याटक ) जोतना-स० कि० दे० (सं० योजन या युक्त) जोड़ा, दो जोड़ी। "दोन्ह असील जानि भल ! गाड़ी में बैल या घोड़े नाँधना, बल पूर्वक जोटा''-- रामा० । किसी से काम लेना, भूमि जोतना।। जेटिंग-संज्ञा, पु० दे० (सं०) महादेव जी। जोनाई -- संज्ञा, स्त्री० दे० (हि. जोतना + जोड़-संज्ञा, पु० दे ( सं० याग ) याग करना, पाई-प्रत्य० ) जोतने का भाव या काम जोड़ना, (दे०) जोड़ती (स्त्री०) । योग-फल, या मजदूरी मीज़ान, टोटल ( अं०)। पदार्थों की संधि, । जाति-जाती-संज्ञा, स्त्री० दे० ( सं० ज्योति ) दो पदार्थों के संधि स्थान, श्राप का मेल प्रकाश रोशनी : " मनि मानिक मय पदजोड़ा, समान । यौ० जोड़-तोड़-छल । नख जोती"-रामा० * - संज्ञा, स्त्री० दे० कपट, दाँव-पेंच. मुख्य युक्ति । मुहा०-- (हि. जोतना ) जोतने बोने-योग्य भूमि । जोड तोड मिलना-समान होना। जोतिष-जातिम-संज्ञा, पु० दे० ( स० जोडन- संज्ञा, स्त्री० दे० (हि. जोड़ ) जावन ! ज्योतिष ) ग्रहों-नक्षत्रों की गति आदि का दृध से दही जमाने की वस्तु । शास्त्र गणित-शास्त्र। जोड़ना-स० क्रि० दे० (सं० युक्त) दो पदार्थों जोतिषी-जेन्सिी - वि० द० (सं० ज्योतिषी) का मिलाना, इकट्ठा करना, योग करना। । दैवज्ञ, गणितज्ञ ज्योतिषज्ञाता ! जोड़वाँ. जुड़वा-वि० दे० (हि० जोड़ + वा ! प्रत्य० ) साथ उत्पन्न दो बच्चे, यमज।। जोत्स्ना-संज्ञा, स्त्री० दे० ( स० ज्योत्स्ना ) जोड़वाना-स० कि० दे० (हि. जोड़ना का चाँदनी, चंद्रिका ।। प्रे० रूप) जोड़ने का काम औरों से कराना, जोत्स्नी --संज्ञा, स्त्री० दे० ( स० ज्योत्स्नी ) जेडाना। । उजेली रात चाँदनी रात ।। जोडा-संज्ञा, पु० दे० (हि० जोड़ना ) एक जोधन-संज्ञा, पु० दे० ( स० योधना ) लड़ाई, सी दो चीजें, दो समान वस्तुयें । स्त्री० संग्राम, युद्ध, झगड़ा। For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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