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कामवान्
काय
वासना वाली स्त्री । “कामवती नायिका | कामिका-संज्ञा, स्त्री० (सं०) श्रावण-कृष्ण नबेली अलबेली खेली .."।
एकादशी। कामवान्-वि० (सं०) संभगेच्छा वाला। कामिनी... संज्ञा, स्त्री. (सं० ) कामवती काम-शर-संज्ञा, पु० (सं० ) कामवाण । स्त्री, सुंदरी, युवती, कामयुक्ता, मदिरा, कामशास्त्र-संज्ञा, पु. यो. (सं० ) स्त्री- दारुहलदी, माल कोष राग की एक रागिनी। पुरुषों के समागम आदि के व्यवहारों या | कामिनी-मोहन---संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) विधानों का एक शास्त्र ।
सग्विणी छंद का एक नाम । काम-सखा ---संज्ञा, पु. ( सं० कामसख ) | कामिल---वि० ( अ० ) पूरा, समूचा, योग्य वसंत, कास-दूत ।
व्युत्पन्न पूर्ण । कामाच्या (कामाक्षी)-संज्ञा, स्त्री० (सं०) । कामी-वि० (सं काम + णिन् ) कामना देवी की एक मूर्ति जो आपाम के कामरूप रखने वाला, इच्छुक, विषयी, कामुक । संज्ञा, प्रान्त में है दे. कामाख्या)। पु० (सं०) चकवा, कबूतर, सारस, चंद्रमा, कामा-संज्ञा, स्त्री० (सं० काम ) दो गुरू ककड़ासिंगी, चिंडा, विष्णु। वर्ण वाला एक वृत्त । संज्ञा, पु. ( अं०) कामुक-वि० (सं० कम् + उकण ) इच्छा विराम, (दे० ) काम।।
वाला, कामी, विषयी, लम्पट । वि० स्त्री० कामातुर-वि• यौ० (सं० ) काम-वेग से | कामुका, कामुकी। व्याकुल । कामासक्त, कामार्त-काम- | कामेश्वरी--संज्ञा, स्त्री० या ० (सं० ) एक पीड़ित, कामी-कामुक-भोगी।
भैरवी ( तंत्र ) कामाख्या की ५ मूर्तियों कामात्मा-वि० (सं० ) लम्पट, कामुक, में से एक । पु० कामेश्वर शिव । व्यभिचारी।
कामोद-संज्ञा, पु० (सं० ) एक राग । कामाधिकार--संज्ञा, पु० यौ० (सं०) स्त्री० कामोदा-एक रागिनी।। प्रेमोत्पत्ति, स्वेच्छाधीन ।
कामोद्दीपन- संज्ञा, पु. यो० (सं०) सहकामाधिष्ट----वि० (सं० ) कामवशग। वासेच्छा की उत्तेजना। वि० कामोद्दीकामान्ध-वि. ( 0 ) काम के वशीभूत पक-कामेच्छावर्धक। तथा हिताहित-विवेक-शून्य ।
काम्य-वि० (सं० कम् + ध्यण् ) कामनीय, कामायुध-संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) कामदेव
कामना-योग्य, इच्छित, जिससे कामना की के वाण, प्रामादि।
सिद्धि हो कमनीय । संज्ञा, पु० (सं.) किसी कामारण्य-संज्ञा, पु० यौ० (सं.) मनोहर कामिनी की सिद्धि के लिये किया जाने उपवन ।
वाला यज्ञ या कर्म विशेष, काम्यकर्म । कामारथी, (कामार्थी )-वि. (सं० ) संज्ञा, पु. ( सं०) काम्यत्व-आकांक्षा । कामेच्छुक । संज्ञा, पु. ( दे. ) काँवाँरथी।
काम्यदान-यौ० संज्ञा, पु. ( सं० ) कामारि --संज्ञा, पु० या. ( सं० ) कामरिपु, कामना-सहित या नैमित्तिक दान । शिव, महादेव, मन्मथारि।
काम्येष्टि--संज्ञा, स्त्री० (सं० ) कामना के कामात -वि० (सं०) कामातुर, कामासक्त, सिद्धयर्थं एक यज्ञ विशेष । कामवश ।
काय-संज्ञा, पु० (सं० ) प्राजापत्यतीर्थ, कामवशायिता-संज्ञा, स्त्री. ( सं० )। शरीर, काया (दे० ) कनिष्ठा और अनायोगियों की पाठ सिद्धियों में से एक, सत्य- मिका के नीचे का भाग ( स्मृति० ) प्रजासंकल्पता।
| पति का हवि, मूर्ति, प्राजापत्य विवाह, मूल
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