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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कमलाकर ४०७ कमानी कमलाकर-संज्ञा, पु० (सं० ) कमल वाला कमान--संज्ञा, स्त्री० (फा०) धनुष । तालाब । मु०-कमान चढ़ना-दौर दौरा होना, कमलाकार --संज्ञा, पु० (सं० ) छप्पय का त्यौरी चढ़ना, क्रोध में होना। इन्द्र धनुष, एक भेद । मेहराब, तोप, बन्दूक । संज्ञा, स्त्री० ( दे०) कमलाकान्त -संज्ञा, पु० (सं० ) कमल की अाज्ञा (अं० कमांड ) फौजी काम का हुक्म, सी कांति युक्त, विष्णु । फ़ौजी नौकरी। कमलाक्ष-संज्ञा, पु. (सं० ) कमल का मु०-कमान पन जाना-लड़ाई पर जाना, बीज, कमल नयन । कमल गट्टा। कमान बोलना - कवायद की आज्ञा देना, कमलापति-संज्ञा, पु. (सं०) विष्णु, | लड़ाई पर भेजना। कमलेश । कमानचा-संज्ञा, पु. (फ़ा०) छोटी कमान, कमलातृया-संज्ञा, स्त्री. ( सं० यौ० ) सरङ्गी बजाने की कमानी, मिहराब, डाट । लक्ष्मी। कमाना-स० क्रि० ( हि० काम ) काम-काज कमलावती-संज्ञा, स्त्री० (सं० ) पद्मावती करके रुपया पैदा करना, सुधारना या काम नामक छंद। लायक बनाना। कमलासन-संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) ब्रह्मा, | यौ-कमाई हुई हड्डीया देह-व्यायाम योग का एक श्रासन, पद्मासन ।। से बलिष्ट देह । कमलासना-संज्ञा, स्त्री. (सं० ) लक्ष्मी, कमाया सोप-वह साँप जिसके विषैले सरस्वती। दांत उखाड़ लिये गये हों । सेवा कमलिनी--संज्ञा, स्त्रो. ( सं० ) छोटा सम्बन्धी छोटे छोटे काम करना ( जैसे कमल, कुमोदिनी, कुहिरी (दे० ) कमल पाखाना, कमाना-उठाना ) कर्म संचय युक्त तालाब, कमलराशि। करना (पाप कमाना ) क्रि० अ०--मेहनत कमली-संज्ञा, पु. ( सं० कमलिन् ) ब्रह्मा, मज़दूरी करना, कसब और कम खर्ची । संज्ञा, स्त्री० (दे० ) छोटा कम्बल, कमरी | स० कि० ( हि० कम ) कम करना, घटाना । कामानिया ---संज्ञा, पु. ( फा० कमान ) कमवाना-स० कि० (हि. कमाना का कमान चलाने वाला। तीरंदाज । वि० धनु प्रे० रूप ) कमाने का काम कराना । षाकार, मेहराबदार। कमसिन---वि० (फा अल्पावस्था । संज्ञा, | कमानी --- संज्ञा, स्त्री० ( फा० कमान ) लोहे स्त्री० (फा० ) कमसिनो-- लड़कपन । की पतली लचीली तीली या तार आदि कमाई-- संज्ञा, स्त्री० (हि. कमाना ) कमाया जो ऐसा बैठाया गया हो कि दबाव पड़ने हुआ धन, कमाने का काम, अजिति द्रव्य, पर दब जाये और हटने पर फिर ज्यों की व्यवसाय, धन्धा। त्यों हो जाय । वि. कमानीदार। कमाऊ-वि० ( हि० कमाना ) कमानेवाला। यौ०-बाल कमानी-घड़ी की पतली उद्यमी। मरोड़ी हुई कमानी जिसके खुलने से चक्कर कमाच-संज्ञा, पु. ( दे० ) एक प्रकार का घूमता है। झुकी हुई लोहे की पतली रेशमी कपड़ा। तीली, एक चमड़े की पेटी जिसे प्रांत उतरने कमाची--संज्ञा, स्त्रो० ( दे० ) कमची, . के रोगी कमर में लगाते हैं, छोटी कमान ( फ़ा कमानचा ) कमान की सी झुकी | जिसके दोनों झुके हुए सिरों पर बाल, तार तीली। | या रस्सी बँधी हो। For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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