________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
उजाली
उजदारी यौ० मु०-आँखों का उजाला-दृष्टि, उजियाला-संज्ञा, पु. ( दे.) उजाला,
अत्यंत प्रिय । घर का उजाला-अत्यंत उजियारा, स्त्री. उजियाली, उजियारी। प्रिय, भाग्यमान् और रूप-गुणादि-युक्त | उजीता-वि० (दे०) प्रकाशमान् , रोशन । लड़का, इकलौता बेटा । अंधेरे घर का | उजीर * संज्ञा, पु० दे० (प्र. वज़ीर ) उजाला-जिस घर में केवल एक ही लड़का ! मंत्री । “ सुनि सुउजीरन यों कह्यौ, सरजाहो, अत्यंत प्रिय इकलौता बेटा।
सिव महराज"- भू०, “रहिमन सूधी उजाली-संज्ञा, स्त्री० ( हि उजाला ) चाँदनी, चाल सों, प्यादा होत उजीर"। रोशिनी, चंद्रिका -उज्यारी, उजियारी उजुर—संज्ञा, पु० दे० (अ. उन्त्र ) (दे०)।
श्रापनि, विरोध " चाकर हैं उजुर किया न उजास-संज्ञा, पु० दे० (हि. उजाला+ जाय नेक पै, .... भु०। स = प्रत्य० ) चमक, प्रकाश, उजाला । वि० उजेर*--संज्ञा, पु० (दे०) उजाला, प्रकाश, उजासित। " नित-प्रति पूनो ही रहत, उजेरा ( दे०)। अानन-श्रोप-उजास "-वि० ।
उजेरा-संज्ञा, पु० (दे०) उजाला (हि.) उजामना-अ. कि. (दे० ) प्रकाशित प्रकाश-उजेरो । वि. प्रकाशयुक्त (ब०)। करना, चमकना, "......चंद के तेज तें | उजेन्ना -संज्ञा, पु. ( सं० उज्वल ) प्रकाश, चंद उजासै"-सुन्द० ।
चाँदनी, रोशिनी । वि० प्रकाशमान् । उजियरस-वि० दे० (सं० उज्वल ) उजाला उज्जर* -वि० ( दे.) उज्वल (सं.) (हि०) प्रकाश, सफेद, साफ़. उज्यर (दे०)। उजला, सफ़ेद । संज्ञा, पु० उजाला, प्रकाश । उजि गरिया-संज्ञा, स्त्री० (दे०) उजाली, उज्जल-कि० वि० (सं० उत् ऊपर -।चाँदनी, प्रभा, चंद्रिका-उजेरिया (दे०)। जल ) बहाव से उलटी श्रोर, नदी के चढ़ाव यौ० अंधेरिया उजियरिया-लड़कों की ओर, उजान ( दे० ) । वि० दे० (सं० का चाँदनी और अँधेरे का एक खेल। उज्वल ) सफ़ेद, उजला-उज्जर (दे०)। उजियाना-स० कि. (दे० ) उत्पन्न उज्जयिनी-संज्ञा, स्त्री० (सं० ) मालवा देश करना, प्रगट करना, चमकाना, प्रकाशित की प्राचीन राजधानी जो सिप्रा नदी के तट करना, " पलटि चली मुसकाय, दुति रहीम पर है ( सप्त पुरियों में से एक)। उजियाय अति"।
उज्जैन-संज्ञा. पु० (दे०) उज्जयिनी (सं०) । उजियार संज्ञा, पु० (दे० ) उमाला, उज्जैनी, उज्जैन-संज्ञा, स्त्री० (दे० ) प्रकाश-उजेरो (दे०)।
उज्जयिनी नामक नगरी। उजियारना - स० क्रि० (दे० ) प्रकाशित उज्याग संज्ञा, पु. ( दे. ) उजाला, करना, जलाना, रोशन करना।
उजियारा-उज्यारो, उजेगे (७०) । उजियारा*---संज्ञा, पु. (दे० ) उजाला | संज्ञा, स्त्री० उज्यारी ( दे० ) उजियारी । (हि.) वि० उज्वल, प्रकाशयुक्त "विहँसत उज-संज्ञा, पु. (अ.) बाधा, विरोध, जगत होय उजियारा "---प० ।
आपत्ति, विरुद्ध वक्तव्य, किसी बात के विरुद्ध उजियारी - संज्ञा, स्त्री० (दे० ) उजाली सविनय कुछ कथन करना । ( हि०), चाँदनी, चंद्रिका, रोशनी " रही उदाग-संज्ञा, स्त्री० (फा०) किसी ऐसे छिटक पूना उजियारी" । प्रकाश, कुल- मामले में उन पेश करना जिसके विषय में कांति-वर्धिनी रूप-गुण-सौभाग्यवती स्त्री। किसी ने अदालत से कोई प्राज्ञा प्राप्त कर उज्यारी (दे०) । वि० प्रकाशयुक्त । । ली हो या करना चाहता हो ।
For Private and Personal Use Only