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लौड़ा
छोरा, छोरा, छोरा । स्त्री० - लौंडी. लौंडिया |
लिंग, शिश्न
लौंडा - संज्ञा, पु० (दे०) लाँड, लंड (दे० ) । लौंड़ी - संज्ञा स्त्री० दे० ( हि० लौंड़ा ) दासी, लड़की ।
लौंद - संज्ञा, पु० (दे० ) अधिकमाल, मल
वारि
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लौट - संज्ञा स्त्री० ( हि० लौटना ) लौटने की किया, ढंग या भाव | लौटना- - अ० क्रि० दे० ( हि० उलटना ) पटलना, वापिस थाना, फिर श्राना, पीछे मुड़ना : स० क्रि० (दे०) - स० रूप- लौटाना, प्रे० रूप-लौडवाना। लोटपोट - संज्ञा पु० दे० यौ० ( हि० लौटना + पौटना - अनु० ) उलट-पलट, हेर-फेर, दोनों र
- उलटना, पलटना ।
लौटकर - संज्ञा, पु० दे० यौ० हि० लौटना 1. फेरना ) उलट-पलट हेर-फेर विशाल परिवर्तन, उलट-फेर । लौटान- स० क्रि० ( हि० लौटना ) फेरना, वापस करना, पलटाना, ऊपर- तले करना । लौन - संज्ञा, ५० दे० (सं० लवण ) लोन, नमक । " मानहु लौन जरे पर देई
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मास ।
लौदा - संज्ञा, पु० दे० ( हि० लोंदा ) गीली वस्तु का गोल पिंडा, लोंदा, ल्वोंदा (ग्रा० ) । लौ - संज्ञा स्त्री० दे० (सं० दावा ) भाग की ज्वाला या लपट, दीपक की शिखा, या टेम | संज्ञा, स्रो० दे० ( हि० लाग) चाह, लाग, लगन, चित्त-वृत्ति, कामना, याशा । यौ० - लौ-लीन -- किसी के ध्यान में मग्न, लवलीन | प्रभु मन मैं लौलीन मन चलत बाजि छबि पाव लौया, लोari - संज्ञा, पु० दे० (सं०
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11 रामा० ।
लघुक ) कद्दू, छोटा बच्चा |
लौकना - अ० क्रि० दे० ( हि० लौ ) दूर से दिखलाई पड़ना या देना, कौंधना, चमकना, लपकना । स० रूप- लौकाना । लौका - संज्ञा, ५० (दे०) बिजली, इन्द्रधनुष, बड़ी लौकी नँबा | लॉ० - "चोर चोरी से जाई पै लौकाटारी से न जाई ।" लौकिक - वि० (सं० ) व्यावहारिक, सांसारिक | निष्पत्तये ..
लोक संबंधी, लौकिक प्रयोग
सा० ०० । संज्ञा, पु० (सं०) ७ मात्रात्रों के छंद ( पिं० ) ।
भा० श० →→→→ १६५
लोकी – संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० लौका ) कद्दू, छोटा लौका, एक प्रसिद्ध लाग । लोजोरा - संज्ञा, पु० दे० यौ० लौ + जोड़ना ) धातु गलाने शिल्पकार ।
( हि० वाला
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रामा० ।
लौना - संज्ञा, पु० ( हि० लौनी ) फ़सल की कटाई, कटनई, लुनाई । वि० दे० ( सं० लावण्य, हि०-लोन ) सुंदर, मनोहर, लावण्ययुक्त (स्रो० लोनी ) । लौनी-संज्ञा, स्री० ( हि० लौना ) फसल की बाई | कटन, लुनाई | संज्ञा, स्त्री० ० ( सं० नवनीत ) मक्खन, नैनू नवनीत । लौह संज्ञा, पु० (सं०) लोहा । लौहित्य - संज्ञा, पु० (सं०) ब्रह्मपुत्रा नदी,
लाल सागर ।
ल्याना - स० क्रे० दे० ( हि० लाना ) लावना, लाना, ल्यावना ( ब० ) ! ल्यारो) - संज्ञा, पु० (दे०) भेड़िया । ल्यावना* - स० क्रि० दे० ( हि० लाना ) लाना लेखाना, जावना | वारि-संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० लूह ) लूह, लू, लपट, लुमारि, लुवार ।
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