________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
१४८७
राधावल्लभी, राधावल्लभीय
,
राधावल्लभी, राधावल्लभीय-संज्ञा, पु० यौ० (सं०) एक वैष्णव संप्रदाय । राधिका - संज्ञा स्त्री० (सं०) कृष्ण कान्ता, कृष्ण-प्रिया, राधा जी, वृषभानु-पुत्री । २२ मात्राओं का एक मात्रिक छंद पि० ) { रान - संज्ञा स्त्री० ( फ़ा० ) जाँघ, जंधा । राना -- संज्ञा, पु० दे० ( सं० राट ) राखा । अ० क्रि० दे० (हि० राचना ) अनुरक्त होना | रानी - संज्ञा, त्रो० दे० (सं० राजा ) राजा की स्त्री. स्वामिनी, मालकिन । रानी काजर - संज्ञा, पु० ( हि०) एक भाँति का धान ।
राव - संज्ञा स्त्री० दे० (सं० द्रावक ) श्रौटा कर गाढ़ा किया गन्ने का रस, गीला गुड़ | रात्रड़ी – संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० रबड़ी ) टाकर गाढ़ा किया दूध |
रामना
मात्रिक छंद जिसमें छत्तीस मात्रायें होती हैं ( पिं० ) ।
रामचन्द्र - संज्ञा, पु० (सं० ) राजा दशरथ के ४ पुत्रों में से सर्वश्रेष्ठ और ज्येष्ठ पुत्र जो विष्णु के प्रमुख अवतारों में माने जाते हैं । रामजना - संज्ञा, पु० दे० ( सं० राम + जना उत्पन्न - हि० ) एक वर्ण संकर जाति जिसकी कन्यायें वेश्यावृत्ति करती हैं । स्त्री०रामजनी ।
रामजनी -- संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० रामजना ) हिन्दू वेश्या ।
रामटेक संज्ञा, पु० दे० (सं० राम + हि० टेक = पहाड़ी ) नागपुर के जिले की एक पहाड़ी, रामगिरि । रामतरोई - संज्ञा, पु० (दे०) भिंडी । रामला संज्ञा स्त्री० (सं० ) रामपन, राम का गुण, अभिरामता, सुन्दरता । रामतारक- संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) राम जी का मंत्र ( ॐ रां रामाय नमः ) | रामति-संज्ञा, पु० ( हि० रमन ) भिक्षार्थ,
|
C
राम - संज्ञा, पु० (सं० " रमन्ति साधवः यस्मिन् ) " ईश्वर विष्णु के दशावतारों में से एक, अवध नरेश रघुवंशीय राजा दशरथ के बड़े कुमार श्रीराम चंद, परशुराम, वलराम ! चन्द्रों राम नाम रघुवर के " रामा० । मुहा० रामशरण होनाविरक्त या साधु होना, मर जाना । म गम करना--- भगवान का नाम जपना, श्रभिवादन या प्रणाम करना । गम गम करके- बड़ी कठिनता से । राम राम सत्त हो जाना - मर जाना । यौ०राम राम -- प्रणाम, घृष्णा- जुगुप्सा सूचक | ईश्वर, भगवान, एक मात्रिक छंद श्रारमा, ( पिं० ) ३ की संख्या । राम कहानो- संज्ञा, स्त्री० यौ० ( हि० ) दुख भरी या बड़ी कथा |
1
रामकलो- संज्ञा स्त्री० यौ० (सं० ) एक रागिनी ( संगी० ) । रामगिरि-संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) रामटेक, नागपुर के पास की एक पहाड़ी । गिर्याश्रमे पु" - मेघ० । रामगीती-संज्ञा, पु० यौ० ( सं० ) एक
राम
➖➖➖➖➖
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
इधर उधर घूमना ।
रामदल - झा, पु० यौ० (सं० ) रामचंद्र जी की वानरी सेना, प्रति बड़ी और प्रबल सेना जिससे लड़ना दुस्तर हो । रामदाना -- ज्ञा, पु० दे० यौ० ( सं० राम + दाना फा० ) चौराई या मरसे सा एक पौधा जिसके दाने बहुत छोटे होते हैं । रामदास संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) हनुमान जी महाराज शिवाजी के गुरु |
66
"
रामदूत- संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) हनुमान नी । रामदूत मैं मातु जानकी रामा० । रामधनुष - संज्ञा, पु० (सं० ) इन्द्र-धनुष । राजधान - संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) बैकुंठ, साकेत लोक ।
रामनवमी - संज्ञा स्त्री० यौ० (सं०) चैत्र शुक्ल नवमी, रामनौमी (दे०) । रामना ! - अ० क्रि० दे० (हि० रमना) रमना ।
For Private and Personal Use Only