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रामनामी
रामनामी - संज्ञा, पु० यौ० (सं० रामनाम + ई - प्रत्य० ) राम नाम छपा वस्त्र, एक प्रकार के साधु, गले का एक गहना, एक प्रकार की माला |
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रामबाँस-संज्ञा, पु० ( हि० ) एक मोटी जाति का बाँस, केतकी या केवड़े का सा एक पौधा जिसके पत्तों के रेशों से रस्से बनते हैं, हाथी चिग्वार ( प्रान्ती० ) । रामरज - संज्ञा, स्त्री० यौ० ( सं० ) साधुधों के तिलक लगाने की पीली मिट्टी ! रामरस-संज्ञा, पु० ( हि० ) नमक, नोन । रामराज्य - संज्ञा, पु० यौ० (सं० ) राम का राज्य, प्रजा के लिये यति सुखद राज्य 11 राम या शासन, रामराज (दे० ) । राज्य काहू नहिं व्यापा रामलीला संज्ञा, स्त्रो० यौ० ( सं० ) रामचंद्र जी का चरित्र या उसका नाटक या श्रभिनय ।
- रामा० ।
रामवाण - वि० (सं० ) सद्यः सिद्ध, तुरन्त प्रभाव दिखलाने वाली अमोघ श्रौषधि, लाभदायक, उपयोगी श्रौषत्रि, अचूक दवा | संज्ञा, पु० यौ० ( सं० ) रामशर, राम
सायक ।
रामशर - संज्ञा, पु० (सं० ) एक प्रकार का सरकंडा या नरसल, राम का वाण | रामसनेही—संज्ञा, पु० दे० (सं० रामस्नेहिन् ) वैष्णवों का एक संप्रदाय । वि० यौ० - राम का प्रेमी, राम का भक्त ! रामसुंदर - संज्ञा, स्त्री० ( ० ) एक तरह की नाव |
रामसेतु - संज्ञा, पु० यौ० (सं०) रामेश्वर के पास समुद्र पर रामचंद्र का बनवाया हुआ पुल, या वहाँ के पत्थर-समूह | रामा -- संज्ञा, स्रो० (सं०) सुन्दर स्त्री, सीता, राधा, लक्ष्मी, रुक्मिणी, नदी, इन्द्रवज्रा और उपेन्द्रवज्रा से मिलकर बना एक उप
रामफल- संज्ञा, पु० यौ० (सं०) शरीफ़ा. रामानंद संज्ञा, पु० (सं०) रामावत ( रामासीताफल । नंदी ) नामक एक प्रसिद्ध वैष्णव मत के थाचार्य ( १४वीं शताब्दी वि० ) कबीर इन्हीं के चेले थे ।
रामानंदी - वि० (सं० रामानंद + ई-प्रत्य० ) रामानंद के संप्रदाय वाला साधु | रामानुज -- संज्ञा, पु० (सं० ) श्री वैष्णव संप्रदाय के एक विख्यात मत प्रवर्तक आचार्य जिन्होंने वेदान्त दर्शन पर भाग्य किया है, इनका वेदान्त-वाद विशिष्टाद्वैत कहलाता है ।
रामायण
रामायण - संज्ञा, पु० यौ० (सं०) आदि कवि महर्षि वाल्मीकि कृत श्रादिकाव्य, (संस्कृत रामायण ) जिसमें राम चरित्र का वर्णन किया गया है । तुलसीकृत रामचरित मानस ( भाषा- रामायण ) । महा माला रतं वंदेऽनिलात्मनं - तुल० । रामायणी - वि० द० (सं० रमायणीय ) रामायण संबंधी, रामायण का | संज्ञा, पु० ( सं० रामायण + ई - प्रत्य० ) रामायण को कथा कहने वाला । रामायुध - संज्ञा, ५० यौ० (सं०) धनुप | रामावत - संज्ञा, पु० (सं०) श्राचार्य रामानंदका चलाया एक वैष्णव मत या संप्रदाय | रामित - संज्ञा, पु० (सं०) पति, कामदेव | रामेश्वर - संज्ञा, पु० (सं०) दक्षिण भारत में समुद्र तट के मंदिर का शिवलिंग तथा वह स्थान, रामेसुर (दे०) । जे रामेश्वर दर्शन करिहैं रम्या -- संज्ञा, स्त्री० (सं०) रात | वि० रमणीय । राय - संज्ञा, पु० दे० (सं० राजा ) राजा, सामंत, सरदार, बंदीजनों या भादों की पदवी । " राय राजपद तुम कहँ दीन्हा - रामा० । संज्ञा स्त्री० ( फ़ा० ) परामर्श, सम्मति, अनुमति, सलाह, मत यौ० --
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रामा० ।
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राय
जाति वृत्त, श्रार्थ्याछंद का १७ वाँ भेद, आठ वर्णों का एक वर्णिक वृत्त ( पिं० ) । 'सौंदर्य दूरी कृत राम रामे कषायकः कास- समीर - सर्पः – जो० ।
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