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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अभिराम अभिव्यंजक " भीतिन सो अभिरै भहराइ गिरै फिरि | अकांक्षी, अभिलाषा रखने वाला, इच्छुक, धाइ भिरै मुखकाढ़े"-भा०। सस्पृह, वांछान्वित । अभिराम-वि० (सं०) मनोहर, सुन्दर, स्त्री०-अभिलाषिणी, आकांक्षिणी। रम्य, प्रिय । अभिलाषुक-वि० (सं० ) इच्छान्वित, स्त्री. अभिरामा। स्पृहा, या वांछा रखनेवाला, इच्छुक । पु० (दे० ) अभिरामा। स्त्री० अभिलाषुका। " लोचन अभिरामा तनु घन-श्यामा " अभिलास, अभिलासा-संज्ञा स्त्री० दे० -रामा० । (सं० अभिलाष, अभिलाषा) इच्छा, आकांक्षा। संज्ञा, पु० आनन्द, प्रमोद। " सब के उर अभिलास अस रामा० । अभिरुचि-संज्ञा, स्त्री. (सं० ) अत्यन्त | अभिवंदन-संज्ञा, पु० (सं० ) प्रणाम, रुचि, चाह पसन्दगी, प्रवृत्ति, तुष्टि, | नमस्कार, स्तुति, प्रशंसा, स्तवन । रसज्ञान, आस्वाद, अभिलाष । अभिरूप-वि० (सं० ) योग्य, उपयुक्त, अभिबंदना-संज्ञा, स्त्री० (सं०) अभिवंदन। उचित, अनुकूल। अभिवंदनीय-वि० पु. (सं० ) श्लाघ्य, वि० पु. ( सं० ) विद्वान, कामदेव, चंद्रमा, प्रशंसनीय, प्रणाम करने योग्य, पूज्य । शिव, विष्णु, सदृश । वि० स्त्री०-अभिवंदनीया। अभिलषणीय वि० (सं० ) वांछनीय, अभिवंदित-वि० पु. ( सं० ) प्रशंसित, मनोहर, सुन्दर, अभिलाषा के योग्य, पूजित, सम्मानित, नमस्कृत । जिसकी इच्छा की जाये। स्त्री. अभिदिता। स्त्री० अभिलषणीया। अभिवंद्य- वि० पु० (सं० ) प्रणाम करने अभिलषित-वि० (सं० ) वांछित, इच्छित, योग्य, रलाध्य, प्रशस्त, पूज्य । इष्ट, चाहा हुआ, मनभाया। स्त्री० अभिधंद्या । अभिलाष-संज्ञा, पु० (सं० ) इच्छा, अभिवाद-संज्ञा, पु० (सं० ) दुर्वचन, मनोरथ, कामना, चाह, वियोग, शृंगार गाली, कुवचन । के अन्दर दस दशाओं में से एक, प्रिय से अभिवादन-संज्ञा, पु. ( सं०) प्रणाम, मिलने की इच्छा, आकांक्षा, स्पृहा, कामना, नमस्कार, वंदना, स्तुति । पाशा । अभिवादनीय-वि० पु. (सं० ) प्रणम्य, (३०) अभिलाख-अभिलाखा,अभिलास। प्रणाम करने योग्य, प्रशंसनीय, श्लाध्य । " सब के हृदय मदन अभि- लाखा"- | स्त्री०-अभिवादनीया । रामा०। अभिवादित-वि० पु. ( सं० ) नमस्कृत, अभिलाषा- संज्ञा, स्त्री० (सं० ) इच्छा, पूजित, वंदित। कामना, चाह, अकांक्षा । स्त्री० अभिवादिता। दे० अभिलाखा-अभिलासा। अभिवादक-संज्ञा, पु० . सं० ) अभिअभिलावना ---स० कि० (सं० अभि- वादन करने वाला। लपण ) इच्छा करना, चाहना. अभिलाषा | स्त्री. अभिवादिका अभिवादिनी । करना। अभिव्यंजक-वि० (सं०) प्रगट करने अभिलाषी-वि० (सं० अभिलाषिन् )| वाला, प्रकाशक, सूचक, बोधक । For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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