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मुबंग, भुषंगम
भू-खंड भुवंग, भुवंगम- संज्ञा, पु० दे० (सं० पृथ्वी में | " भुविपदं विपदंतकरं सताम्" भुजंग, भुजंगम ) साँप ।
-माघ । भुषः-संज्ञा, पु० (सं०) “ऊं भूभुवःस्वः .. भुशंडी-संज्ञा, पु० (सं० ) काकभुशुंडी। ...वेद । अंतरिक्ष लोक, सूर्य और भूमि के "सुनत भुशुंडी अति सुख पावा"अंतर्गत।
रामा० । सज्ञा, स्त्री० (सं०) एक प्राचीन भुष-संक्षा, पु० (सं०) आग, अग्नि । संज्ञा, अस्त्र। स्त्री. (सं०) भूमि, पृथ्वी । संज्ञा, स्त्री० दे० भुस -- संज्ञा, पु० दे० (सं० तुष) भूसा । (सं० भ्रू । भ्र, भौं, भौंह ।
मुहा० -- भुस में डालना (मिलाना, भुवन - संज्ञा, पु० (सं०) संपार, जगत्, जल, तरे जाना )- व्यथ नष्ट करना । लोग, जन, लोक, जो चौदह है सात तो भुसी*--संज्ञा, स्त्री० (हि. भूसा ) भूपी। पृथ्वी से ऊपर और सात पृथ्वी के तले हैं। भुसेरा, भुसौरा-संज्ञा, पु. ( हि. भूसा ) लोक जो तीन हैं, श्राफाश, पाताल, पृथ्वी। वह घर जहाँ भूपा भरा जाता है, तुषशाला "त्रिभुवन तीन काल जग माहीं"- रामा । (सं०) भूसाघर।। "भुवन चारि दश भरयो उछाहू"-रामा० भूकना- अ० कि० दे० (अनु०) { { या चौदह भुवन या लोक, पृथ्वी से ऊपर भौं भों शब्द करना (कुत्तों सा) कुत्तों का के सात भुवन हैं-भू, भुवः, स्वः, मह, बोलना, व्यर्थ बकना । अमः, तपः, सत्य, पृथ्वी से नी वे के सात भू ख - संज्ञा स्त्री० (दे०) भूख, वुभुक्षा। भुवन हैं:-अतल, वितल. सुतल, तलातल वि० -भूखा। (गंभस्तिमत्), महातल, स्पातल, पाताल, भूचाल - संज्ञा, पु. ( सं० भूवाल ) भूकंप, चौदह की सख्या का सूचक संकेत शब्द भूडोल । सारी सृष्टि।
। भू जना --स० क्रि० दे० (हि. भूनना) भुषनकोश- संज्ञा, पु० यौ० (सं०) ब्रह्मांड, : तपाना, भूनना, सताना, दुख देना, संपार, भूमंडल, पृथ्वो।
___ जलाना। स० कि० दे० (सं० भोग) भोगना। भुवनपति, भुवनाधिपति-संज्ञा, पु. यौ० स० रूप- जाना, प्रे० रूप-भुजवाना। (सं०) ईश्वर. भूपति, राजा । "जियहु भूजा - सज्ञा, पु० दे० ( हि० भूनना ) भूना भुवनपति कोटि बरीसा"-रामा। हुआ चबेना, भड़ जा। भुवनेश, भुवनेश्वर-संज्ञा, पु. यौ० (सं०) मँडोल-संज्ञा, पु० दे० (हि०) भूकंप । भुवनपति, ईश्वर, अखिलेश ।
भू-संज्ञा, स्त्री० (सं०) भूमि, पृथ्वी । संज्ञा, भुवपाल*-संज्ञा, पु० यौ० (सं०) भूपाल, स्त्री० दे० ( सं० 5 ) भौंह. 5 । राजा, भुवपालक ।
| भूत्रा-संज्ञा, पु. (दे०) सेमर श्रादि भुवर्लोक-संज्ञा, पु० यौ० (सं०) अंतरिक्ष, की रूई । 'बिनु सत जस सेमर का भूप्रा" जोक।
-पद्मा। भुषा-संज्ञा, पु० दे० (हि० घूया) घृश्रा, रुई। भूई, भुई- संज्ञा, स्त्री० दे० (हि० घूमा) भुवार, भुवाल*-संज्ञा, पु० दे० यौ० रूई के तुल्य नरम छोटा टुकड़ा। ( सं० भूपाल ) राजा, भुपाल, भुवालू भूकंप-संज्ञा, पु. यौ० (सं०) भूचाल, (ग्रा०) । " भरत भुवाल होहिं यह भूडोल। साँची"-रामा० ।
भू खंड-संज्ञा, पु० यौ० (सं०) पृथ्वी का भुषि-संज्ञा, स्त्रो० ( सं० भू ) भूमि, पृथ्वी, टुकड़ा, पृथ्वी ।
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