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निबाहना १०१०
निमक की रक्षा, पालन, छुटकारे या बचाव की निभ-संज्ञा, पु० (सं०) कांति, प्रभा, प्रकाश, राह, निबाहू (ग्रा०)।
वि० (सं०) समान, बराबर, तुल्य, सम । निबाहना-स० क्रि० दे० (सं० निर्वाहन) निर्वाह "हिम-कुन्द-शशि प्रभशंख निभं'- भो०प्र०। या गुजारा करना, चलाये जाना, पालन निभना-अ. क्रि० दे० (हि. निवहना ) करना, सपराना। "पाजु बैर सब लेहुँ निर्वाह या गुजारा होना, भुगतना, पटना, निबाही'-रामा०।
बनना। निबाहू-वि० दे० (हि. निबाहना ) टिकाऊ, निभग्म-वि० दे० ( सं० निर्धम ) शंका, निपटारू, निर्बाह । "उघरे अन्त न होय भ्रम या सन्देह-रहित। क्रि० वि० (दे०) निबाहू"-रामा० ।
निस्सन्देह, बेधड़क, बेखटके । निबिड़-वि० (सं० निविड़) घना, गहरा, घोर, : निभरोस, निभरोसी - वि० दे० (हि.
"कबहुँ दिवस महँ निबिड़ तमः।- रामा। नि= नहीं+भरोसा) हताश, निराश निरा. निबुआ-संज्ञा, पु० दे० (हि. नीबू)
श्रय, पासरा या भरोसा-रहित ।
निभागा-वि० दे० (हि. नि+भाग्य ) नीबू , निब्बू (प्रा.)।
अभागा, मन्दभागी। निबुकना-अ० क्रि० दे० ( सं० निर्मुक्त )
निभाना-स० कि० दे० (हि. निवाहना) बन्धन से छूटना, छुटकारा पाना, चुपचाप बे
निर्वाह या गुज़ारा करना, चलाये जाना. जाने छूट जाना । "निबुकि गयो तेहि मृतक |
भुगताना। प्रतीती"-रामा।
निभाव--संज्ञा, पु० दे० (हि. निवाह ) निबेडना-निबेरना-स. क्रि० द० (सं० निबाह निर्वाह । निवृत) छुड़ाना, उन्मुक्त या उद्धार करना, । निश्रुत-वि० (सं०) अटल, स्थिर, निश्चल, चुनना, सुलझाना, निर्णय या फैपला
गुप्त, नम्र, शांत, धीर, एकांत-पूर्ण ।
नमो करना, निबटाना, हटाना, दूर या निवारित निभ्रांत *-वि० दे० (सं० निर्धात ) भ्रम, करना। "जै जै कृष्ण टेरत निबेरत सुभट- सन्देह, शंका आदि से रहित, निस्सन्देह, भीरि"-०व०।
निभ्रांत । निवेडा-निबेरा-संज्ञा, पु० दे० (हि० निबे- निमन्त्रण - संज्ञा, पु. (सं०) बुलावा, पाहान. इना) मुक्ति, छुटकारा, रिहाई, चुनाव, निब- न्योता, दावत निउता ( ग्रा० )। वि. टेरा, निर्णय । “संसय सकल सँकोच निमंत्रित । निबेरी"-रामा० । पू० का. निबेड़ि- निमन्त्रण-पत्र-संज्ञा, पु० यौ० (सं०) न्योता निबेरि।
के लिए पत्र। निबेरू-वि० दे० (हि. निबेरना) निपटने. निमन्त्रना-स० कि० दे० (सं० निमंत्रणा)
निर्णय या फैसला करने वाला। न्योता देना, न्योतना (दे०)। निबेहना --स० कि० दे० ( हि० निबेरना) निमन्त्रित-वि० (सं०) जिसे न्योता दिया
छुटाना, उद्धार या उन्मुक्त करना, निर्णय गया हो, पाहूत । करना।
निम-संज्ञा, पु० (सं०) शलाका, सूची. कतनिबौरी-निबौली ( हि निनाराद० ( सं० रनो । (दे०) न्यून, थोड़ा, कम। निम्ब+ वर्तुल ) नीम का फल, निमकोग, निमका--संज्ञा, पु० दे० (फा० नमक) नमक. निबकौरी (ग्रा०)। "कोयल अम्बहिं लेति लवण, लोन, नून, लोन (दे०)। वि० है, काक निबौरी-हेत" ~०।
निमकीन ।
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