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v. दक्षिणी लिपियां 27. परिभाषा और विभेद
बर्नल और फ्लीट की भाँति मैं भी 'दक्षिणी-लिपियों' से उन्हीं लिपियों का तात्पर्य ग्रहण करता हूं जो फल. VII और VIII में दी गई हैं।287 ये 287. फलक VII और VIII निम्नलिखित रूप में तैयार किये गये हैं :
फलक VII.
प्रतिलिपियों से अक्षर काटकर स्तं. I : फ्ली. गु. इं. (का. इं. ई. III), सं. 5. फल. 3 B; ए सं. 62 __फल. 38 B से। स्तं. II, III : वही सं. 18, फल. 11 स्तं. IV : इं. ऐ. VII, 66 के फलक से। स्तं. V. ई. ऐ. V, 205 के फलक से; अ, आ, उ, घा, धौ, हा, क्ष, त्ता, ___ इं. ऐ. VI, 9 के फलक से; न्त इं. ऐ. VI1, 68 के फलक से। स्तं. VI : फ्ली. गु. इं. (का. इं. इं. III), सं. 38, फल. 24. स्तं. VII : वही, सं. 39, फल. 25. स्तं. VIII : ए. ई. II, 20, सं. 1 के फलक से, इ, न, ब, ञ्च, बा, ल्य, ___ सं. 3 पृ. 22 के फलक से । स्तं. IX : इं. ऐ. VIII, 78 के फलक से। स्तं. X : फली. गु. इं. (का. ई. ई. III), सं. 55 फल. 34 से; उ, औ,
सं. 41, फल. 27 से और ऊ, अजंता सं. 3, B, आ. स. रि. वे. ई. IV,
फल. 57 से। स्तं. XI : फ्ली. गु. इं. (का. ई. ई. III) सं. 56 फल. 35 से । स्तं. XII : इं. ऐ. VII. 35 के फलक से । स्तं. XIII : इं. ऐ. VII, 37 के फलक से; इ, डश, ज्ये, णां, सा,
इ. ऐ. VI, 24 के फलक से । । स्तं. XIV : इं. ऐ. X, 58 के फलक से; आ, उ, और च्छ इं. ऐ. VII,
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