________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
को पढ़ कर सीखिए। पंडितजीने इसमें देश-दशाका सच्चा चित्र दिखाया है, और बड़ी ही सफलतासे दिखाया है। समूची किताब प्रौढ विचारों और गवेषणा-पूर्ण सिद्धान्तोंसे भरी पड़ी है । प्रत्येक भारतवासीके हृदयंगम करने योग्य है । व्यर्थ अतिरंजित बातें न लिख कर पंडितजीने शुद्ध, सरल भाषामें सर्व सम्मतिसे स्थिर सिद्धातोंका वर्णन किया है। प्रत्येक युवकको इसका गुटका बनाना चाहिए। मैंने अब तक देशी भाषामें कोई ऐसी पुस्तक नहीं देखी है। इस स्तुत्य कार्यके लिये पंडितजीको हार्दिक बधाई है। तथा प्रार्थना है कि वे ऐसी पुस्तकें लिख कर हिन्दीका भाण्डार पूरा करते रहेंगे।
पटना-कालिज, जनवरी १९२१
राधाकृष्ण झा।
For Private And Personal Use Only