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धातुप्रकरण]
चतुर्थों भागः
पुटी
कढ़ाई में
६४१७ ॥
६४१२ ,, , गुड़ गंधक योगसे २० ६९०२ वंग मारणम् ___हरताल योगसे
६९०३ ,, , हरताल पारद योगसे ६४१३ ,, , १० पुटी अत्यन्त लाल भस्म
६९०४ ६४१४ लोह मारणम् ४ पुटी भस्म
६९०५ , "
हल्दी चूर्ण शोरक यो६४१५ लोह मारणम् पारद गंधक योगसे
गसे श्वेत भस्म (सोमामृत) बिना अग्नि ६९०९ वंग शोधनम् संभालू रस द्वारा
योगसे ३ दिनमें ६९१० , , अर्क दुग्ध द्वारो ६४१६ ,, , हिंगुल योगसे ७ पुटी ६९३३ वज्र मारणम सात पुटो भस्म
भस्म
६९३४ वज्र शोधनम्
६९३५ , , ६४१८,
कासीस योगसे बिना अग्नि ६९६१ वराटिका मारणम् ६४१९ ॥
शोरा गंधक योगसे लाल ६९६२ , शोधनम् भस्म
७०५७ विमला शुद्धिः ६४२९ लोहविकार शमनोपायः
७०७७ विष मारणम् ६४३० लोह शोधनम्
७०७८ , ६४३१ " "
७०८० ,, रक्षणम् विषको दीर्घकाल तक ६४३२ ॥ "
सुरक्षित रखनेकी विधिः ६८९६ बंग मारणम्
हरताल योगसे १० ७०८३
पुटी भस्म ६८९७ , ,
हरताल अर्क दुग्ध यो- ७०८५ , "
गसे ७ पुटी भस्म ७०८६ ६८९८ , ,
अपामार्ग योगसे ७१२३ वैक्रान्त , ६८९९ , , हल्दी जी रे आदिके ,, | ७१२४ ६९०० , "
हरताल तथा अर्कदुग्ध,, ७१२५ ,, , ६९०१ " "
इमलीकी छालके योगसे ७१२६ वैक्रान्त सत्व पाकण्डोंके सम्पुट द्वारा
तनम् इत्यो३म्
विष शोधनम्
७०८४ "
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