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चिकित्सा-पथ-प्रदर्शिनी
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की पीड़ा, अफारा, ४७९४ "
"
संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण | संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण १५५३ बलादि काथः पर्वमेद, शिरः क- ४७८८ भाादि काथः विषम ज्वर, स-िनम्पन, वातपित्त
पात, जीर्ण ज्वर, ज्वर।
शोथ। पित्तकफज ज्वर । । ४७९० , ,
जीर्णज्वर, धातुगत ४५६४ बिभीतकादि , तृषा, दाह, विषम
ज्वर और विषम ज्वर।
ज्वर । ४५६६ बिल्वपश्चक , प्रतिश्याय, ज्वर, ४०
| ४७९१ ,
जीर्ण ज्वर; सतत,
, छर्दि।
सन्तत, अन्येयुः,
तृतीयक और चा४५८३ बिल्वादि , वातज्वर ।
तुर्थिक ज्वर। ४५८६ , क्षीरम् जीर्णज्वर ।
| ४७९२ , "
तन्द्रिक सन्निपात । ४५९१ बीजपूरकादिकषायः हृदय तथा बस्ति- । ४७९३ " "
कर्णक सन्निपात।
सन्निपात, हृदय अभिन्यास ज्वर ।
और पसली शूल, ४५९७ बीजपूरादिपाचन
आनाह, तन्द्रा खांसी कषायः कफज्वर।
| ४७९५ भार्यादि काथः । कफ, खांसी, प्रति४६०३ बृहत्यादि काथः । सन्निपात चर।
श्याय, श्वास, हृ४६०४ , , कफ, ज्वर ।
द्रोग। ४६०५ , गणः कफ प्रधान सन्नि
४७९६ "
गणः __ पित्तकफ ज्वर, हृपात तथा श्वासादि
ल्लास, अरुचि, छर्दि उपद्रव ।
तृष्णा, दाह। ४६०७ ब्राह्मचादि काथः
चित्तभ्रम तथा रु.
१. ४७९८ भूनिम्बादि कषायः वातञ्चर ।
ग्दाह सन्निपात । ४७७७ भद्रादि , समस्त प्रकारके
४८०० " " द्वन्द्वज ज्वर ।
शीत ज्वर। ४८०५ , काथः अतिसार, ज्वर, रक्त ४७८६ भाादि , पित्तकफज ज्वर।
पित्त, खांसी, श्वास " ज्वर, श्वास, अग्नि- ४८०६
कफज ज्वर । मांध । ' ४८०७ , , वातकफज ज्वर ।
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