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चिकित्सा-पथ-प्रदर्शिनी
[७०१]
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संख्या प्रयोगनाम मुख्य गुण | संख्या प्रयोगनाम
पत्थर के समान कठिन मलको भी तोड़कर निकाल दे- ४४८६ प्लीहारि रसः
ती है। ४४८७ , , ४४८१ प्राणेश्वरो रसः ८ प्रकारके गुल्म,
वायु, प्लीहा, पाण्डु।
| ४४८८ , , ४४८४ प्लीहशार्दूलो रसः प्लीहा, अग्रमांस, य
४४८९ प्लीहारि वटिका कृत्, गुल्म, शोथ,
ज्वर । ४४८५ प्लीहान्तको , ८ प्रकारके उदर
४४९० प्लीहार्णवो रसः रोग, आनाह, विषम | ४७५७ ब्रह्म वटी ज्वर, आम शूल,
मुख्य गुण शोथ और विशेषतः तिल्ली। यकृत् , पाण्डु, प्लीहा प्लीहा, ज्वर, शूल, अर्श । प्लीहा, यकृत् गुल्म। प्लीहा, यकृत, गुल्म, अग्निमांद्य, शोथ। प्लीहा, ज्वर । ६४ प्रकारके उदर रोग।
(१०) उदावर्ताधिकारः कषाय-प्रकरणम्
३४३४ नाराच चूर्णम् मलकी कठिनता, २८९१ दुःस्पर्शादिस्वरस मूत्रावरोध-जन्य उ
उदावर्त । प्रयोगः दावर्त ।
४८१६ भद्रदार्वादि , अफारा, उदावर्त ।
रस-प्रकरणम् चूर्ण-प्रकरणम्
३६४७ नाराच रसः उदावर्त, शूल, गु२९९९ द्विरुत्तर चूर्णम् उदावर्त ।
ल्म, जीर्णज्वर ।
(११) उन्मादरोगाधिकारः कषाय-प्रकरणम्
चूर्ण-प्रकरणम् ४६०८ ब्राह्मयादिस्वरस
२९९१ द्राक्षादि प्रयोगः उन्माद प्रयोगः
घृत-प्रकरणम् | ३४९१ निशादि घृतम् उन्माद
उन्माद
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