________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir . व्याख्यान प्रज्ञाप्तिः उद्देश // 79 // MONTRACT एगे अहेसत्तमाए होजा 20 अहवा एगे वालय जाव एगे अहे सत्तमाए होजा 21 // अथवा 1 एक रत्नप्रभामां एक शर्कराप्रभामां एक बालुकाप्रभामा एक पंकप्रभामां अने एक धूमप्रभामा होय. 2 अथवा एक 9 शतके रनप्रभामां एक शकराप्रभामां एक वालुकामभाभां एक पंकप्रभामां अने एक तमःप्रभामां होय, 3 अथवा एक रत्नप्रभामां यावत् एका पंकप्रभामां अने एक अधःसप्तम पृथिवीमां होय, 4 अथवा एक रत्नप्रभामा एक शर्कराप्रभामा एक बालुकाप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक तमःप्रभामां होय. 5 अथवा एक रत्नप्रभामां एक शर्कराप्रभामां एक वालुकाप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक अधःसप्तम भा॥७९॥ नरकमां होय. 6 अथवा एक रत्नप्रभामां एक शर्कराप्रभामां एक वालुकाप्रभामां एक तमःप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. 7 अथवा एक रत्नप्रभामां एक शर्कराप्रभामां एक पंकप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक तमःप्रभामां होय. 8 अथवा एक रत्नप्रभामां एक शर्कराप्रभामां एक पंकप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. 9 अथवा एक रत्नप्रभामा एक शर्कराप्रभामां एक पंकप्रभामां एक तमःप्रभामां अने एक तमातम प्रभामा होय. 10 अथवा एक रत्नप्रभामां एक शर्कराप्रभामां एक धूमप्रभामां | एक तमःप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. 11 अथवा एक रत्नप्रभामां एक वालुकाप्रभामां एक पंकप्रभामा एक धूमप्रभामां अने एक तमामां होय.१२ अथवा एक रत्नप्रभामा एक वालुकाप्रभामां एक पंकप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक अधःसप्तम नर-1* कमां होघ. 13 अथवा एक रत्नप्रभामा एक वालुकाप्रभामा एक पंकप्रभामां एक तमःप्रभामां अने एक अधःसप्तममां होय.१४ अथवा एक रत्नप्रभामा एक वालुकाप्रभामां एक धूमप्रभामां एक तमःप्रभामां अने एक अधःसप्तममा होय.१५ अथवा एक रत्नप्रभामां एक पंकप्रभामां यावत् एक अधःसप्तममा होय. 16 अथवा एक शर्कराप्रभामा एक वालुकाप्रभामां यावत् एक तमामा होय. For Private and Personal Use Only