________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
व्याख्याप्रज्ञप्तिः ॥६८९॥
| देखाय छे, यावद् आथमवाना समये दर छतां पासे देखाय छे ? [उ०] हे गौतम ! लेश्याना (तेजना) प्रतिघातथी उगवाना समये दूर छतां पासे देखाय छे, लेश्याना-तेजना अभितापर्थी मध्याह्न समये पासे छतां दर देखाय छे, तथा लेश्याना प्रतिघातथी आथ-II शतक मवाना समये दूर छतां पासे देखाय छे, माटे हे गौतम! ते हेतुयी एम कवाय छे के जंबूद्वीपमां वे सूर्यो उगबाना समये दूर छतां |
उद्देशः ८ पासे देखाय हे, यावद् आथमवाना समये दूर छतां पासे देखाय छे. [प्र०] हे भगवन् ! जंबूद्वीपमा बे सूर्यो शुं अतीत क्षेत्र प्रति ॥६८९॥ जाय छ, वर्तमान क्षेत्र प्रति जाय छे, के अनागत क्षेत्र प्रति जाय छे? [उ०] हे गौतम ! अतित क्षेत्र प्रति जता नथी, वर्तमान क्षेत्र प्रति जाय छे, पण अनागत क्षेत्र प्रति जता नथी.
जंबुद्दीवे णं दीवे सूरिया किं तीयं खेत्तं ओभासंति पडुप्पन्नं खेत्तं ओभासंति अणागयं खेत्तं ओभासंति ?, गोयमा! नो तीयं खेत्तं ओभासंति, पडुप्पन्नं खेत्तं ओभासंति, नो अणागयं खेत्तं ओभासंति, तं भंते ! किं पुढे ओभासंति अपुढे ओभासंति?, गोयमा! पुढे ओभासंति, नो अपुढे ओभासंति, जाब नियमा छद्दिसि । जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया किं तीयं खेत्तं उज्जोवेंति एवं चेव जाव नियमा छदिमि, एवं: |तवेंति एवं भासंति जाव नियमा छद्दिसिं । जंबुद्दीचे णं भंते! दीवे सूरियाणं किं तीए खेत्ते किरिया कजइ पडुप्पन्ने खेत्ते किरिया कन्नड़ अणागए खेत्ते किरिया कजइ?, गोयमा !नो तीए खेत्ते किरिया कज्जइ पडुप्पन्ने खेत्ते किरिया कजइ णो अणागए खेत्ते किरिया कजह, सा भंते! किं पुट्ठा कन्जति अपुट्ठा कजइ ?, गोयमा! पुट्ठा कजइ नो अपुट्ठा कज्जति जाव नियमा छद्दिसि ।
CARKAR
For Private and Personal Use Only