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व्याख्या
प्रज्ञप्तिः
मईम् श्रीमद्गणधरवरसुधर्मस्वामीप्रणीता ॥ व्याख्याप्रज्ञप्तिः॥ (श्रीभगवतीसूत्रम् ) (भाग बीजो)
| ४ शतके उदेशः१-८ ॥३२५॥
॥३२॥
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(.मूल सूत्र अने तेना गुजराती भाषान्तर सहित)
शतक ४.
उद्देशक १-२-३-४-५-६-७-८ त्रीजा शतकमां घणीखरी हकीकत देवो संबंधे जणावी छे, तेथी चोथा शतकमां पण धणीखरी तेबीज हकीकत जणाववानी के चोथा शतकना उद्देशाओमां कया कया विषय संबंधे चर्चा करवानी छे ए वातने जणावनारी आ गाथा हे.
चत्तारि विमाणेहिं चत्तारि य होंति रायहाणीहिं । नेरइए लेस्साहि य दस उद्देसा चउत्थसए ॥ ३१ ॥
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