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अनाक
अअमावेशिर्किय्यह.
श्रअ नाक aanaq-अ० (व. व.), उ (अ) अन्तःक्षोभ, मनोविकार, प्रात्मा में होने वाली
नक (ए. व.) ग्रीवा, गर्दन-हिं० । सर्विक्स दशाएँ-हिं०। ये छः हैं, यथा-(१) शोक,
(Cervix), नेक्स (Necks)-इं०। (२) क्रोध, (३) भय, (४) अानन्द, अअ फ़जaafa.j-अ.Corpulentोंबीला,मेदयुक्त, (५) लजा और (६) चिन्ता ।
मेदावी,स्थूल,वह व्यक्ति जिसकी तोंद निकलीहो। अअशा aasha-अ० ( Nyctalops) शबअफर aafal'-अ. सफ़ेद, मैला सुफ़ेद, धूसर कोर-फा०। नकांध, वह मनुष्य जिसको श्वेत। ( Brownish white )
- रतौंधी का रोग हो। श्रअ फ़ाज Aafaj-अ० ( Intestines, अअसाय āsāb-अ० (Nerves) (व. Entrails.) अान्त्र-हिं० ।
व०), असब (ए. व.), नाड़ियाँ, बात या श्रमश aamash-अ० जिसके नेत्र से जलस्राव बोधतन्तु( देखो-नाड़ो)-हिं। __ होता हो।
अअ.साव उज्ज़िच्यह nasi banjziyyah-अ. अअ.मा aani-अ० ( Blind ) नाबीना, कोर (Sacral I s )। स्कथि नाड़ी,
-फा० । अंध, अंधा, नेत्रहीन-हि० । अझ माअ नितंब (त्रिक) नाड़ी,असाब सुरीन । ये बात
(व० व०) और अमा (त्री० लिं०)। तन्नु सुषुम्नाक.ण्ड से निकल कर नितम्बास्थि अअ.माले विल्यद् āmāle-bilyal-अ० से बाहर आते हैं। ये संख्या में ५ जोड़े होते हैं।
(Operation) हस्तक्रिया, शल्य-हिं०। इनको शाम्बा, उरु, रग, वा पाँवकी नांस पेशियों दस्तकारी-फा० । छेदन विद्या, व्यवच्छेद शास्त्र । तथा वचः में चेट व संज्ञा बहाती हैं। साहब कामिल के वचनानुसार इसके तीन भेद अअसावे उनकि यह aasa b. annuqiyyah हैं-(१) रग एवं (२) मांस को काट छ.ट, जैसे -अ० ( Crical NYON ) अममा बे रक्रमोक्षण, नश्तर देना, पृथक् करना ( काटना गर्दन-फा० । ग्रेव नाड़ियां-हिं० । छौटना ), दाग़ना और टांके लगाना इत्यादि अअसावे कृत निय्यह् nāsābs-jatniyyah
और (३) अस्थि को यथा स्थान विधाना, टट्टी: -अ० अमाबे कतर-फा० । कटि नाड़ियाँ अस्थि को जोड़ना, और स्थानच्युत अस्थि की -हिं० । (Limbar Nerves) संधि को बिकाना; इत्यादि।
। अअसावे ज़ह रिय्यह, nāsāb.i-mahriyyan श्रअ मिदतुल मिन्खरीन aamidatul-min- -अ०, ( Dorsal Nervs ) अअसाबे पुश्त
khariil-अ० ( Nasal Septum ) -फा०। पृष्ट नाड़ियों-हि० । नासामध्य पटल, दोनों नकुत्रों के मध्य का अअ साबे दिमागिय्यह. āsābe-dimash. परदा-हिं० ।
iyyah - अ० मास्तिक नाड़ियाँ - हिं० । अअ याश्र. aayia-अ० (१) कूटना, थकावट । ' Cranial Norves)
(२) हाथ पैर टूटना, शरीर का थक जाना। अअसावे नुखाइयह nāsibe-mukhāaiyah अअयून āyān-अ० प्रसरित चक्षु, वह मनुष्य __ -अ० सौषुम्न नाड़ियाँ-हिं०। ( Spinalजिसके नेत्र की पुतलियाँ फैल गई हों।
Nerves.) अअ रज aaraj-अ० ( Lame) लङ्गडा, लुङ्ग असावे मुरकबह, nasib murakkaban -हिं० ।
-अ. मिश्र नाड़ियाँ-हिं० । मिक्स्ड नई जु अऋगज़ aari7-अ० (व.व.) (Symp- ( Mixed Nerves )-ई०। ___toms ) अर्ज (ए. व. ), रोग के लक्षण । अअसावे शिर्किय्यह, Laasality shirkiyyah अअ.गजे नासानिय्यह ārāze nafsan- -अ० असावे हमदर्दी । पिंगल नाड़ियाँ-हिं । . iyyah-अ० इन्फिालाते नासानियह । (Sympathetic Nerves.)
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