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म. १२
उत्तरस्थान भाषाटीकासमत ।
(८३९)
याप्यस्तु हर्षो भेदश्वशेषान्शस्त्रौषधैर्जयेत् | के समान चिकित्सा करनी चाहिये । अर्थात् ___ अर्थ-कराल नामक दंतरोग, मांस दुष्ट । इसमें सौबार धुले हुए घी की कवलिका का
और रक्त दुष्ट ओष्ठरोग, जलार्बुद को छोड प्रयोग करना उचित है। कर शेष सब अर्बुदरोग, कच्छपरोग, तालु | अन्य उपाय ।। पिडिकारोग, गलौघरोग, महासुषिर नामक
यष्टीज्योतिष्मतीरोधश्रावणीसारिवोत्पलैः। दतरोग, सुरघ्न नामक गलरोग, ऊर्ध्वगद
पटोल्या काकमाच्या च तैलमभ्यंजन पचेत्
अथे--मुलहटी, मालकांगनी, लोध, गोरनामक मुखरोग, श्यावदंतरोग, शतघ्नी रोग,
खमुंडी, अनन्तमूल, नीलोत्पल, पर्वल और घलयरोग, अलसरोग, अधिजिह्व रोग, दंत
मकोय, इन सब द्रव्यों के साथ तेल पका. मूलज सान्निपातिक नाली, त्रिदोषज ओष्ठ
कर अभ्यंजन करे || प्रकोप, रक्तज और त्रिदोषज रोहिणी रोग,
नस्यप्रयोग ॥ यह दंतभेद रोग जिसमें दांत फट जाते हैं, नस्यं च तैलं वातघ्नमधुरस्कंधसाधितम् । पकोपजिहिवका, गलगंड, स्वरदंश, तथा | ____अर्थ-बातनाशक मधुर गणोक्त औष. वत्सरातीत कृच्छ्श्याम, ये सब रोग असाध्य । धियों से सिद्ध किया हुआ तेल नस्यके द्वारा होते हैं । दंतहर्ष और दंतभेद याप्य होते हैं
उपयोग में लावै ॥ तथा बाकी के सब रोग शस्त्रद्वारा वा औष
वातज ओष्ठकोपका उपाय ॥ धद्वारा साध्य होते हैं
महानेहेन वातौष्टे सिद्धनाक्तः पिचुर्हितः ।
देवधूपमधूच्छिष्टगुग्गुल्वमरदारुभिः ॥३॥ इतिश्री अटांगहृदयसंहितायां भाषाटी
। अर्थ--राल, मोम, गूगल, और देवदारु, कान्वितायां उत्तरस्थाने मुखरोगवि
इनके साथ महास्नेह (घी,तेल,वसा,मज्जा) ज्ञानीयं नाम एकविंशो
पकाकर इस पक्व महास्नेह में रुईका फोआ ऽध्यायः ॥ २१ ॥
भिगोकर वातज ओष्ठप्रकोप में प्रयोग करने
से विशेष लाभ होता है ।। द्वाविंशोऽध्यायः महास्नेहद्वारा प्रतिसारण ।
यष्टयाहचूर्णयुक्तेन तेनैव प्रतिसारणम् ।
___ अर्थ-उसी महास्नेह में मुलहटी का थाsतो मुखरोगप्रतिषेधं व्याख्यास्यामः। चूर्ण मिलाकर प्रतिसारण करनेसे वातज___ अर्थ--अब हम यहां से मुखरोग प्रतिषेध
| कोपका शमन होजाता है। नामक अध्यायकी व्याख्या करेंगे |
वाताण्ठ में स्वेदन। खंडोष्ठ चिकित्सा । नाडयोष्ठं स्वेदयेहुग्धसिद्धेरेरंडपल्लवैः ॥४॥ खंडोष्ठस्य विलिख्यांतौस्यूत्वाव्रणवदाचरेत् अर्थ-दूध के साथ अरंड के पत्ते पकाकर __ अर्थ--स्नेहन और स्वंदनके पीछे खंडोष्ठ । नाडी स्वेद से वातज ओष्ठ प्रकोप शांत के दोनों प्रान्तोंको रेशमी सूत्रसे सीकर ब्रण | होजाता है।..
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