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अनुक्रमणिका ।
(२३). विषय,
पृष्ठ. विषय. लवणरसलक्षण ....
अथैकादशोऽध्यायः ११ तिक्तरसलक्षण ....
अथदोषादिविज्ञानीयाध्यायः .... कटुरसलक्षण
देहकोदोषमूलत्व .... कषायरसलक्षण ....
धातुके श्रेष्ठकर्म .... स्वादुरसकर्म
पुरीषादिमलोंके कर्म अम्लरसकर्म
वायुके कर्म लवणरसकर्म
पित्तके कर्म तिक्तरसकर्म
कफके कर्म कटुरसकर्म
वृद्धमाप्तकर्म कषायरसकर्म
मेदके कर्म मधुरगण
अस्थिकर्म अम्लगण
दृद्धमजाकर्म लवणगण
वृद्धशुक्रकर्म तिक्तगण
वृद्धशकृत्कर्म कटुगण
वृद्धमूत्रकर्म कषायगण
वृद्धस्वेदकर्म मधुरगुण
दूषिकादिमल अम्लगुण
.... .... .... १११ क्षीणवायुके लक्षण लवणगुण
क्षीणपित्तलक्षण तिक्तगुण .... .... .... " क्षीणकफलक्षण .... कटुगुण
क्षीणरसलक्षण .... कषायगुण ....
क्षीणरक्तलक्षण .... कटुम्ललवणों कोययोत्तरउष्णवीर्यत्व
क्षीणमांसलक्षण पादिकोंको स्निग्धत्व .... .... क्षीणमेदोलक्षण .... पटुकषायमधुररसोंकोउत्तरोत्तरगुरुता
क्षीणास्थिलक्षण .... अम्लादिकोंको यथोत्तरलधुत्व ..., क्षीणमज्जालक्षण .... राकी संयोगकल्पना .... .... क्षीणशुक्रलक्षण .... रससंयोगव्याख्यान
क्षीणपुरीषलक्षण.... संक्षेपसें रसभेदकथन
क्षीणमूत्रलक्षण .... .... रसोपयोगोपदेश .... ....
क्षीणस्वेदलक्षण ....
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