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कस्मूनो
पर इसको जल में पीसकर खिलाने से तत्क्षण लाभ होता है।
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कस्र.. तू - [ ० ] आधिक्य । प्रावल्य । बहुतायत ज्यादती | कतर्फी - [ ० ] हड्डी के सिरे का टूट जाना। इस प्रकार का अस्थिभग्न प्रायः दीर्घास्थियों में हुआ करता है, जिसमें हड्डी का ऊपरी वा नीचे का सिरा टूट जाता है । अस्थि शीर्षभग्न ।
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Epiphysial Tracture.
कस्र.. तुत्तम्स - श्रु० ] श्रतिरज रोग । श्रसृग्दर । ग़ज़ारतुत्तभ्स - श्रु० । Menorrahagin. a. तुत्त - [ ० ] जल्दी जल्दी आँख झपना | अत्यधिक आँख झपकना | Nictitation | कस्र.. तुन्निकास - [ श्र० ] शिशु प्रसवोत्तर मल अधिक श्राना । निकास की अधिकता ।
ख० श्र० । ना० मु० ।
करमूनी - [ सिरि० ] द्राक्षा बीज । मुनक्का का बीया । तुम मवेज़ ।
कस्य संज्ञा पुं० [सं० की ० ] सुरा । मदिरा ।
हला० ।
कस्य:- [ ? ] रासू । नेवला |
क़स्या - [ यू०, रू० ] तज । सलीखा । क़स्यूसियूस - [ रू०; यू० ] तज । सलीना । कस्यूमालस - [ ? ] प्राप्य । क़स्र.-[ अ० ] ( १ ) जड़ और विशेषतः खजूर की जड़ । ( २ ) कोताही । संकोच । ( ३ ) समीपता । निकटता । ( ४ ) स्थान | मौक़ा व
महल ।
कस्र - [ श्र० ] धात्वर्थ भञ्जन अर्थात् टूटना वा तोड़ना । श्रायुर्वेद की परिभाषा में हड्डियों अथवा उनके जोड़ों का टूट जाना । अस्थि भग्न | हाशिम: ( श्रु० )। Fracture.
नोट- वह अस्थिभग्न जो अस्थि के चौड़ाई के रुख होता है अरबी में 'कल' श्रोर जो लंबाई के रुख़ होता है 'सा' कहलाता है । कस्र इन्खिफ़ाज़ी - [अ०] हड्डी का दब जाना | इस प्रकार के अस्थि भग्न में हड्डी टूटकर नीचे को दब जाती है। Depressed Fracture. कस्र इशिकाक़ी - [ अ ] हड्डी का फट जाना । हड्डी का चिर जाना । इस प्रकार के अस्थिभग्न में हड्डी टूटती नहीं, अपितु श्राघात पहुँचने के कारण वह चिर जाती Fissured Fracture. कस्त्र कामिल - [ श्रु० ] निःशेष भग्न । पूर्ण अस्थिभन । हड्डी का बिल्कुल टूट जाजा । हड्डी का दो टुकड़े हो जाना | Complete Fracture 'कत्र जुज़ई - [ श्रृ• ] श्रांशिक भग्न । हड्डी का ज़रा सां टूटना। हड्डी का मुड़ जाना । यह भी वस्तुतः एक प्रकार का 'कल इन्शाक़ी' है, जिसमें अस्थि वृक्ष की हरी शाखा की तरह बीच से किंचित् चिर जाती है वा मुड़ जाती है, पर टूटती नहीं ।
Partial Farctune, Green stick Eracture.
Lachiorrhoca.
कस्र.. तुल अक्ल - [अ०
क़स्र
3. अफस
श्रत्याहार | सर्व भक्षण |
बहुत खाना । सब कुछ जा जाना । Polyphagia.
कस्र तुल अक्त - [ श्र० ] अत्यधिक स्वेद आना । बहुत पसीना होना । स्वेदाधिक्य |
कस्र.. तुल इस्क़ात - [ श्रु० ] बार बार गर्भपात होना । Frequent abortion.
कस्र.. तुल बौल - [अ०] बहुमूत्र । मूत्रातिसार । अधिक पेशाब आना । Polyuria. कस्र..तुल्लब्न-[ श्रु० ] स्तन्याधिक । स्तनों में श्रस्य
धिक दूध उत्पन्न होना | Galactorrhoea. कस्र.. तुल्लुआब - [ अ ] अधिक थूक श्राना । लालाधिक्य । एक रोग जिसमें अत्यधिक थूक श्राती या राल बहती है । कभी कभी नींद में इतनी राल बहती है कि तकिया भी तर बतर हो जाता है । Salivation, Ptyalism. कस्र तुल् अजला - [ ० ] भारतं ।
फा० ई० ३ भ० ।
कसूरबवा - [?] मेंहदी का सेल । रोग़न हिना | कस्राक - [ तु० ] घोड़ी का नाम । कंजुलू लुग़ात् । कस्रानी-दे० " कसरानी" ।
कस्री चावेल - [ ? ] जंगली चमेली । – ख़० प्र० । कुत्र नफ़स - [अ०] साँस का जल्दी जल्दी और कष्ट से थाना । साँस फूलना । हाँफना । श्वासकृच्छता । कोताहदमी |
Anhelation, Panting.