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परिग्रह.
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वाह्यपरिग्रह अथवा द्रव्यपरिग्रह
आभ्यंतरपरिग्रह
रूप्य सुवर्ण
द्विपद (दासदासी)
मिथ्यात्व
नोकषाय अथवा कषाय साहाय्यकारी
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वास्तुक (हवेली, वाडा)
कुप्य (तांब्या पितळेची भांडी)
चतुष्पद ( गाय, हाँस, घोडा,)
हास्य रति अरति भय शोक जुगुप्सा .
स्त्रीवेद--
पुरुषवेद
नपुंसकवेद
परिशिष्ट.
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कषाय
क्रोध
मान
माया लोभ
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