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मुनि मालका ।
मानंद सुमति विकसंत ॥ २ ॥ प्र० भरत महामुनि प्रथम चक्कीसर, बाहूबल उपशम भंडार ॥ सूरयसादिक आठ मुनिसर, पांम्यो विमलाचल भवपार ॥ ३ ॥ प्र० ॥ ऋषभवंस जे अनुक्रम हुवा, मुनिवर कोडी लाख असंख ॥ श्रीशत्रुंजय शिवपुर सीधा, कलमल कालक मूंकी कख ॥ ४ ॥ प्र० ॥ सगर प्रमुख निरुपम नव चक्रवर्त्ति, साधु महाबल संजम सींह ॥ अचलादिक बलदेव अष्टमुनि, राम ऋषीसर नवम अबीह ॥५॥ प्र० श्रीप्रतिबुद्ध प्रमुख छ वसुन्दर श्रीमल्लिनाथ पूरबभव मित्र ॥ पहुंता परम ऋषीसर शिवपुर, पाली श्रीजिन या पवित्र ॥ ६ ॥ प्र० ॥ वंदु विष्णुकुमार लबधि निधि, खंदक सूरीना सीस सब पंच ॥ कार्त्तिकसेठ सुसाधु कीर्त्तिधर, श्रमरण सुकोसल व्रत निरखंच ॥ ७ ॥ प्र० श्रीयदुवंस अक्षोभ सुसागर, प्रमुख आठ अणगार प्रधान ॥ श्रीरहनेमि नेमजिन बंधव, निरमल गुणगण र
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