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भाग १-बने मागम
3A
N
47
B443
सूत्रकृताङ्ग
Sūtrakstaiga
सुषर्मा/पावचंद | मूबा |ग प. |
प्रा.मा.
48 | B 164
प्रा.
49-64
16 प्रतियां
| मू.ट./,
प्रा.मा.
रा.2/1-6,2/1517,2/24-26, 15/2 15/3, 2/1928/9
,
12 ॥
65-76 | रा.2/8-14,2/18/
2/20-23 77-78 | रा.2/21B, 28/8/
79-83
, उद्धरण 5.,
रा. 27/29,60 66-68 B 179
84
| स्थानाङ्ग
Sthananga
85-8
रा. 3/1-3, 11
4प्रति
B794
| सि.4
B90
समवायाज
Samavayanga
सुषर्मा
L
प्रा.
रा.3/4
मू.ट/ग.
प्रा.मा.
| B3
प्रा.
प्रा.मा.
| सि.5
| बा.5
Vitti
अभयदेव
चौ.2
" भाषा
,, Bhara
मेघराज (श्रवण का शिष्य
| बा./ग
100B93
भगवती सूत्र (व्याख्या प्रज्ञप्ति)
Bhagavati Sūtra
सुषर्मा
101-3 रा.4/1,5/1,31/1
3 प्रति
मू.ट/ग.
3 प्रति
104- 6 75/2,5/3,
32/16 107 | B 975