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श्रावक भीमसिंह माणेक. १०९ हंसराज वछराजनो रास-शिलादि महात्मय रुप.०-६-० ११०चंदनमल्यागिरीनो रास. तथा शालिभद्रशा
हनो रास-शिलादि महात्मय रुप. १११ अभयकुमारनो रास-त्रुद्धिके गुणोकी चमत्कारी
रीते कृतीवाले एक मोटे राज्यके महामंत्रीकी कथा हे. ०-५-० ___११२ हरिश्चंदराजा अनेतारामती राणीनो रास___ सत्यवचन महात्मय रुप.
०-५-० ११३ मंगलकलश कुमारनो रास-पुण्यफळ महात्मय ___ रुप ए विवेकी पुरुषतुं चरित्र.
०-५-.. १११४शत्रुज्य तीरमाला, रास, उद्धारादिक, संग्रह
ग्रंथ-आ पुस्तक समस्त जैनीभाईओने कार्तिक तथा चैत्री पुर्णीमादिक दिवसोमां तथा श्री शत्रुज्य यात्रा जती वखत अवश्य पासे राखवा योग्य तथा शत्रुजयना पटमंडप आगळ वांचवानो.
.-५-० ११५रत्नचूड व्यवहारीआनो रास-संसार समुद्रथी
मुक्त थवाना द्रष्टांतरुप तथा सामान्य प्रकारे उत्पातकादि बुद्धि प्रमुखनो रुप दर्शावनारो ग्रंथ.
०-४-० ११६परदेशी राजानो रास-परभवादिक नही मान
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