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श्रावक भीमसिंह माणेक.
झगडा थाय छे ते आवां पुस्तकना वांचनथी आपोआप बंध थइ जशे . सर्व देशना लोको लाभ लइ शके माटे द्वीतियावृत्ति मोटा नागरी ( बाळबोध ) टाइपथी सहेलं भाषान्तर अने मूल पाठ सहित महोटा खर्चे प्रसिद्ध करेल छे.
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२०९ उत्तराध्ययन सूत्र - श्रावकोने संसार व्यवहारमां रक्षक अने मार्गदर्शक यह पडे एवी सोनेरी शिखामणो अने साधुओने व्याख्यानं माटे भव्य भंडारनुं सहेली भाषामां उपयोगी टीका साथे छे. जगत् पूज्य महावीरस्वामिए संथाराना छेला बे दिवसोमां उपदेशेल सूत्र छे, अने ते घणुं उपयोगी छे..
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परचुटण - पुस्तकोनी, यादी.
२१० प्रमाण नयतत्व लोकालंकार - दरेक दर्शनंनुं यथार्थ स्वरुप बतावेल अत्युत्तम ग्रंथ.
३-०-०
२११ प्रकरणसंग्रह - (पचीशवोलनो थोकडो . ) छुटांपानां. १-०-०
१-६-४
२१२ प्रकरणसंग्रह-बांधेल पाका पुंठानुं. २१३ नवपद ओळीनी विधी-जेमां नवपद आंबेलनी ओळीनी विधी उपरांत श्राद्धदिनकृत्या, नवपदनां
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