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736.]
___ III. 4 Malasatras
157
',, 38
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420
(62) दुरियरयस्तोत्र
foll. 32 to 34 (63) जीवविचार
,, 34* ,, 36 (64) नवतत्त्व (65) लघुसङ्ग्रहणी
,, 38,, 39 (66) तिजयपहुत्तस्तोत्र
,, 39" ,, 40 (67) नवग्रहगर्भितपार्श्वनाथस्तोत्र
fol. 40' ,, 40" (68) अष्टमीस्तुति (69) पञ्चमीस्तुति
foll. 40" ,, 41 (70) नवपदस्तुति
fol. 4I' ,, 4" (71) अजितजिनस्तुति (72) शीतलजिनस्तुति
foll. 41°,, 42 (73) पाजिनस्तुति
fol. 42* ,, 42 (74) नेमिजिनस्तुति (75) जिनकुशलमूरिकृतस्तुति foll. 42 ,, 43 (76) चतुर्विशतिजिनस्तुति
fol. 43 (77) जिनस्तुति
,, 43* ,, 43" (78) सीमन्धरस्वामिस्तुति
,, 43 (79) पार्श्वजिनस्तुति
foll. 43° ,, 44 (80) विंशतिविहरमाणजिनस्तुति fol. 44 (81) नेमिनाथस्तुति
, 44° ,, 44 (82) वीरस्तुति
,, 44 (83) पार्श्वजिनस्तुति
foll. 44" ,, 45 (84) शत्रअयस्तुति
fol. 45 (85) दीपावलीस्तुति
,, 45 (86) महावीरस्तुति
,, 45, 45" (87) मौनैकादशीस्तुति
,, 450 (88) पर्युषणास्तुति
foll. 45° ,, 46 (89) अष्टमीस्तुति
fol. 464 (90) सरस्वतीस्तोत्र
, 468., 460 (91) सग्रहणीसूत्र
foll. 46",, 58 ___ Out of these sutras, I to 38 seem to constitute Sada
vasyakasutra. Age.-- Sainvat 1840.
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