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Jaina Literature and Philosophy
[736.
fol. 5a
1.
"
, 64
foll. 6380
(29) आयरिय उवज्झाए (30) जय महायस (31) श्रुतदेवीस्तुति ( 32 ) भवनवासिनीदेवीस्तुति ( 33 ) क्षेत्रदेवतास्तुति ( 34 ) श्रुतदेवतास्तुति ( 35 ) पाक्षिकस्तुति ( 36 ) वर्धमानस्तुति ( 37 ) नमोऽस्तु वर्धमानाय ( 38 ) सामायिकपौषधपारणगाथा ( 39 ) अज्ञातनामधेय ( 40 ) साध्वतिचारगाथा ( 41 ) गोचरचर्यागाथा (42) आकारसङ्ख्यागाथा (43) दशविधप्रत्याख्यान (44) चउक्कसाय ( 45 ) साधु( यति )प्रतिक्रमणसूत्र (46) पाक्षिकक्षामणा (47) आलोचना (48) उपदेशमाला (49) वंदित्तुसूत्र ( 50 ) राईसंथारगाथा ( 51 ) जय तिहुयणस्तोत्र (52) अजितशान्तिस्तव ( 53 ) नमिऊणस्तोत्र (54) तं जयउ ( 55 ) गुरुपारतन्त्र्यस्मरण (56) सिग्घमवहर (57) उवसग्गहरथोत्त (58) लघुशान्तिस्तोत्र (59) भक्तामरस्तोत्र (60) कल्याणमन्दिरस्तोत्र (61) भावारिवारणस्तोत्र
fol. ४ foll. ,
,
" 11
, 120
fol. 122 , 12 foll. 12b , 14
,, 14 , 15 ,, 151 ,, 160 , 16 , 18
, 18 , 22 ,, 22 , 23,, 234 ,, 24 fol. 24 , 240 foll. 24 ,, 25 fol. 25
foll. 25* ,, 26
., 28 ,, 300 ,, 30° ,, 32*
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