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१०४
संवत्
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पत्र संख्या
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जिनभद्रसूरि कागळनो हस्तलिखित ग्रंथ भंडार - जैसलमेर दुर्ग झेरोक्षसी .डी. ग्रंथाग्न विशेष नोंध
........ गा.२१. प्रति पाणीमा भीजाएली छे ........ गा.१३. प्रति पाणीमां भीजाएली छे
१७०२
मध्यम
मध्य
म...
मध्य
म
...
...११०८...११२६ -.२७३
ग्रंथांक । ग्रंधनुं नाम | स्थिति कर्ता
भाषा|. ११२० ......शांतिजिनस्तवन ......
मध्यम ..गुणसागर.
गुज. ११२१ नवकारछंद
मध्यम... कुशललाभ. ११२२ कामधेनुज्योतिषग्रंथ तथा सारणी मध्यम..रामचंद्राचार्य ११२३/१... ग्रहरत्नाकरसारणी
मध्यम ११२३/२..... ज्योतिषसारणी.... ११२३/३..... खेटभूषणसारणी .. ११२३/४ ..... ज्योतिषसारणी, ११२३/५... . ज्योतिषसारणी......
मध्यम यंत्रराजकोष्ठक ......
मध्यम यंत्रराजवृत्तिसह ........................
जीर्णप्राय महेन्द्रसूरि मू. ............ वीतरागसहस्रनाम......................
जीर्णप्राय ११२७ ....... ज्योतिषग्रंथ .......................
मध्य म ......... ....... ग्रहणाधिकार .........
मध्यम .. शतानंद ................. ....... शकुनावली....
मध्यम... ११३० ....... कल्याणमंदिरस्तोत्र सस्तबक ........ मध्यम .. सिद्धसेन दिवाकर -मू..सं.गु. ताजिकसार
मध्यम .. हरिहर ग्रहसाधनप्रक्रिया
श्रेष्ठ रत्नप्रदीप
श्रेष्ठ ..... गणपति जनावरशकुनावली
जीर्णप्राया षट्पं चाशिका.................
श्रेष्ठ.... पृथुयशा ..... कर्णकुतूहल................... ११३७ विचाररत्नाकरज्योतिष ............ |श्रेष्ठ...... ११३८ मुष्टिज्ञान . ११३९ .महादेवीज्योतिषयंत्रावली
मध्यम ..... ११४० ग्रहभावप्रकाश..
श्रेष्ठ..... पद्मप्रभसूरि ........ ११४१ ......यंत्रराज ....
मध्यम .. महेन्द्रसूरि ११४२ ....... महादेवीवृत्ति ......................... जीर्ण....धनराज -नृ. .......... ११४३.......विष्णुकरण सटीक त्रिपाठ.............मध्यम ..त्र्यंबक न्य..........
गुज
१७२८
.................. प्रति पाणीमां भीजाएली छे
प्रति..पाणीमां भीजाएली छे पत्र १, ५, ६ नथी
मध्यम ...
... १७२८
प्रति पाणीमां भीजाएली छे प्रति उंदरे करडेली छे
मध्यम..
...... प्रति पाणीथी भीजाएली छे
..... १७०८ ..... १७२२ ...... १६९२. ........ १७१२.
.......... प्रति पाणीथी भीजाएली छे
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