________________ चरित्तायार 1151 - अभिधानराजेन्द्रः - भाग 3 चरित्तारिय सो ण समिओ त्ति वुवति, तीसे तु वियाररूवत्ता / / 3 / / नि० चू०१ उ० / स्था०। (चारित्रातिचारे प्रायश्चित्तं पच्छित्त' शब्दे वक्ष्यते) चरित्ताराहणा स्त्री० (चारित्राराधना)। "तिविहा चरिताराहणा पण्णत्ता। तं जहा-उक्कोसा, मज्झिमा, जहण्णा।” स्था०३ ठा०४ उ०। चारित्तारिय पुं० (चारित्रार्य)। चारित्रेणा), (प्रज्ञा०) तद्भेदाःसे कि तं चरित्तारिया ? चरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तं जहासरागचरित्तारिया, वीतरागचरित्तारिया से किं तं सरागचरितारिया ? सरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तं जहा-सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य, बायरसंपरायसरागचरित्तारिया या से किं तं सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया? सुहुमसंपराय-सरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहा- पढमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया, अपढमसमयसुहमसंपरायसरागचरित्तारिया य / अहवा-चरिमसमयसुहमसंपरायसरागचरित्तारिया, अचरिमसमयसुहमसंपरायसरागचरित्तारिया य / अहवासुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहासंकिलिस्समाणाय, विसुज्झमाण य / सेत्तं सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया।। से किं तं बायरसंपरायसरागचरित्तारिया? बायरसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहापढसमयबालरसंपरायसरागचरित्तारिया, अपढसममयबायरसंपरायसरागचरित्तारिया य। अहवा-चरिमसमयबायरसंपरायसरागचरित्तारिया अचरिमसमयबायरसंपरायसरागचरित्तारिया य / अहवा-बायरसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहा-पडिवाई य, अपडिवाई य / सेत्तं बायर संपरायचरित्तारिया ? सेत्तं सरागचरित्तारिया / / से किं तं वीतरागचरित्तारिया? वीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तं जहा-उवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया, खीणकसायवीतरागचरित्तारिया यासे किं तं उवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया ? उवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तं जहापढमसमयउवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया, अपढमसमयउवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया य। अहवा-चरिमसमयउवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया, अचम्मिसमयउवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया य। सेत्तं उवसंतकसायवीतरागचरित्तारिया / / से किं तं खीणकसायवीतरागचरित्तारिया ? खीणकसायवीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहा-छउमत्थखीणकसायवीतरायचरित्तारिया, केवलिखीणकसायवीयरागचरित्तारिया य / से किं तं छउमत्थखीणकसायवीयरागचरित्तारिया ? | छउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहा-सयं बुद्धछ उमत्थखीणक सायवीतरागचरित्तारिया, बुद्धबोहियचउमत्थखीणकसायवीतरायचरित्तारिया य / से किं तं सयंबुद्धबउमत्थखीणक सा यवीतरागचरित्तारिया ? सयंबुद्धछउमत्थखी। णकसायवीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहा-पढमसमयसयंबुद्धखीणकसायवीतरागचरित्तारिया, अपढमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य / अहवा-चरिमसमयसयंबुद्धछउत्थखीकसायवीतरागचरित्तारिया, अचरिमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य / सेत्तं सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया।। से किं तं बुद्धवोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया ? बुद्धवोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता / तं जहा-पढमसमयबुद्धवोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया, अपढमसमयबुद्धवोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य / अहवा-चरिमसमयबुद्धवो हियछ उमत्थखीणक सायवीतरागचरित्तारिया, अचरिमसमयबुद्धवोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य / सेत्तं बुद्धवोहियछउमत्थखीणकसायवीतरागचरित्तारिया / सेत्तं छउमत्थखीणक सायवीतरागचरित्तारिया // से किं तं केवलिखीणकसायवीतरागधरित्तारिया ? केवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तं जहा-सजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया अजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य / से किं तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया ? सजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता। तं जहापढमसमयसजोगिके वलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया, अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारियाय। अहवा-चरिमसमयसजो गिके वलिखीणक सायवीतरागचरित्तारिया य, अचरिमसमयसजोगिके लिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया य / सेत्तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया / / से किं तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया ? अजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारियादुविहा पण्णत्ता।तं जहा-पढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारियाय, अपढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारियाय। अहवा-चरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीतरागचरित्तारियाय, अचरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीतरायचरित्तारिया य / सेत्तं अजोगिके वलिखीणकसायवीतरागचरित्तारिया / सेत्तं के वलिखीणकसायवीतरागचरि