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________________ इंदिय 580 अमिधानराजेन्द्रः भाग 2 इंदिय - अतीताबद्धल्लेगा णत्थि, पुरक्खडाअट्ठवा सोलसवाचउवीसं वा संखेजा वा / वाणमंतरजोइसियत्ते जहा ने | रइयत्ते / सोहम्मदेवत्ते अतीता अणंता बद्धेल्लगा अस्थि पुरक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइ नत्थि जस्स अस्थि अट्ठ वा सोलस वा चउवीसं वा संखेमा वा / एवं जाव गेवेग्जगदेवत्ते विजयवेजयंतजयंत अपराजितत्ते अतीता कस्सइ अत्थि कस्सइ नत्थि जस्स अत्थि अट्ठ। केव तिया बद्धेल्लगा अट्ट, के वतिया पुरक्खडा कस्स अस्थि कस्स नत्थि जस्स अत्थि अट्ठ / एगमेस्स णं भंते ! विजयवेजयंतजयंतअपराजियदेवस्स सव्वट्ठसिद्धदेवत्ते / के वइया दविदिया अतीता? गोयमा ! णत्थि / के वतिया बद्धेल्लगा णत्थि, केवतिया पुरक्खडा कस्सइअस्थि कस्सइणत्थि जस्स अस्थि अट्ठ। एगमेगस्सणं भंते। सव्वट्ठसिद्धदेवस्स नेरइयत्ते केवतिया दटिवदिया अतीता ? गोयमा ! अणंता / केवइया बद्धेल्लगा नत्थि, पुरक्खडा नत्थि / एवं मणुस्सवजं जाव गेवेअगदेवत्ते मणुस्सत्ते अतीता अणंता, केवइया बद्धेल्लगा नत्थि। केवइया पुरक्खडा अट्ट विजयवेजयंतापराजिय देवेत्ते अतीता कस्सइ अत्थि कस्सइनत्थि, जस्स अस्थि अट्ठा केवइया बद्धेल्लगा? णस्थि / केवइया पुरक्खडा? णत्थि एगेमगस्स णं भंते ! सव्वट्ठसिद्ध देवस्स सव्वट्ठसिद्धदेवत्ते के वइया दविंदिया अतीता? गोयमा ! अस्थि केवइया बद्धेल्लगा? अट्ठ। केवइया पुरक्खडा, नस्थि / नेरइयाणं भंते ? नेरइयत्ते के वइया दविदिया-अतीता? गोयमा ! अणंता। केवइया बद्धेल्लगा? असंखेजा। केवइया पुरक्खडा ? अणंता / नेरइयाणं मंते ! असुरकुमारत्ते केवतिया दविदिया अतीता? गोयमा! अणंता। केवइया बद्धेल्लगा ? नत्थि, केवइया पुरक्खडा ? अणंता / एवं जाव गेविजगदेवत्ते / नेरइयाणं भंते ! विजयवेजयंत जंयतापराजियदेवत्ते केवइया दविदिया अतीता ? नत्थि / केवतिया बद्धेल्लगा? नत्थि, केवइया पुरक्खडा? असंखेजा। एवं सव्वट्ठसिद्धदेवत्तेवि एवं जाव पंचिंदियतिरिक्ख जोणियाणं सव्वट्ठसिद्धदेवत्ते भाणियवं / नवरं वणस्सइ काइयाणं विजयवेजयंतजयंतापराजियदेवत्ते सव्वट्ठसि द्धदेवत्ते य पुरक्खडा अणंता। सवेसिंमणुस्ससव्वट्ठसिद्धगवजाणं सहाणं बद्धेलगा असंखेखा परहाणे बद्धेल्लगानस्थि। मणुस्साणं भंते ! नेरइयत्ते अतीताअणंता। बद्धेल्लगानत्थिा पुरक्खडा अणंता। एवं जाव गेविजदेवत्ते नवरं सहाणे अतीता अणंता। बद्धेल्लगा सिय संखिजा सिय असंखिजा। पुरक्खडा अणंता। मणुस्साणं भंते ! विजयवेजयंतजयंतापराजितयदेवत्ते केवतिया दविदिया अतीता? गोयमा ! संखिजा दविदिया अतीता केववतिया बद्धेल्लगा नत्थि, केवतिया पुरक्खडा सिय संखिजा सिय असंखिजा। एवं सव्वट्ठसिद्धेवत्ते विवाणमंतरजोइसियाणं देवाणं एवं चेव सोहम्मदेवाणं एवं चेव नवरं विजयवेजयंतजयंता पराजियदेवत्ते अतीता असंखेजा बद्धल्लेगा नत्थि, पुरक्खडा असंखिजा / सव्वट्ठसिद्धदेवत्ते अतीता नस्थि बद्धेल्लगा नत्थि पुरस्खडा असं खिज्जा / एवं जाव गेविजदेवाणं / विजयवेजयंतजयंतापराजियाणं देवाणं भंते ! नेरइयत्ते केवतिया दविदिया अतीता ! गोयमा ! अणंता / केवइया बद्धेल्लगा नत्थि / के वइया पुरक्खडाणस्थि / एवं जाव जोइसियत्ते नवरं एसिं मणुस्सत्ते अतीता अणंता केवइया बद्धेल्लगानत्थि, पुरक्खडा असंखेजा। एवं जाव गेवेग्जगदेवत्ते सहाणे अतीता असंखेजा। केवइया बद्धेल्लगा असंखेमा / केवइया पुरक्खडा असंखेजा / सव्वदृसिद्धगदेवत्ते अतीता णस्थि, बद्धेल्लगा णत्थि, पुरक्खडा असंखेजा / सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं भंते।नेर इयत्ते केवइया अतीता? गोयमा! अणंता, केवइया बद्धेल्लगा णत्थि। केवइया पुरक्खडानस्थि। दारं कतिणं भंते! भाविंदिया पण्णत्ता? गोयमा! पंचभाविंदिया पण्णत्ता तंजहा-सोइंदिए जाव फासिंदिए / नेरइयाणं भंते ! कइ भाविंदिया पण्णत्ता? गोयमा! पंच माविंदिया पण्णत्ता, तुंजहा-सोइंदिए जाव फासिंदिए / एवं जस्स इंदिया तस्स तत्तिया भाणियध्वा / जाव वेमाणियाणं / / एगमेगस्स णं मंते ! नेरइयस्स के वइया भाविंदिया असीता गोयमा ! अणंता। केवइया बद्धेल्लगा पंच / केवइया पुरक्खडा पंच वा दस वा एकारस वा संखेजजा वा असंखेज्जा वा अणंता वा। एवं असुरकुमारस्स वि नवरं पुरक्खडा पंच वा दस वा छ वा संखेज्जा वा असंखेला वा अणंता वा अणंता वा / एवं जाव थणियकुमारस्स / एवं पुठविकइया आउकाइया वणस्सइकाइस्स वि। वेइंदिया-तेइंदियचउरिदियस्सदि। तेउकाइयवाउकाइयस्स वि।एवं चेव नवरं पुरक्खडाछवासत्त वा संखिया वा असंखिजा वा अणंतावा। पंचिंदियतिरिक्खोणियस्सजाव ईसाणस्स जहा असुरकुमारस्स। नवरं मणुस्सस्स पुरक्खडा कस्सइ अस्थि कस्सइनस्थित्ति भाणियव्वं / सणंकुमार जाव गेवेगस्स जहा नेरइयस्स / विजय-वेजयं त-जयंतअपराजियदेवस्स अतीता। अणंताबद्धेल्लगा पंच, पुरक्खडा पंच वा दस वा पन्नरस वा संखिजा वा। सव्वट्ठसिद्धग-देवस्स अतीता, अणंता, बद्धेल्लगा पंच, केवइया पुरक्खडा पंच / नरेइयाणं भंते ! के वइया भावि दिया अतीता ?
SR No.016144
Book TitleAbhidhan Rajendra Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayrajendrasuri
PublisherRajendrasuri Shatabdi Shodh Samsthan
Publication Year2014
Total Pages1224
LanguageHindi
ClassificationDictionary
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