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जाना
बुभुक्षित 600
बूड़ा बुभुक्षित-सं० (वि०) भूखा
बुलाह-(पु०) घोड़ा जिसकी गर्दन और पूँछ के बाल पीले हों बुभुत्सा-सं० (स्त्री०) जानने की इच्छा. आतुरता
बुलाहट-(स्त्री०) - बुलावा . बुभुत्सु-सं० (वि०) जिज्ञासु
बुलेटिन-अं० (पु०) संक्षिप्त सूचना पत्र बुभूषा-सं० (स्त्री०) यश की इच्छा
बुलौआ-बो (पु०) - बुलावा बुरकना-I (स० क्रि०) छिड़कना
बुल्ला -(पु०) बुलबुला बुरकना-II (पु०) खड़िया मिट्टी घोलकर रखने की दवात बुवाना-(स० क्रि०) बोआई कराना बुरक़ा-अ० (पु०) नकाब (जैसे-बरक़ा पहनना)। पोश. बुशर्ट, बुशशर्ट-अं० (पु०) खुले कालर और आधी आस्तीन
फ़ा० (वि०) बुरका पहननेवाली: ~बुरके में छांछड़े खाना की एक कमीज परदे में कुकर्म करना. बदचलनी करना
बुशल-अं० (पु०) आठ गैलन की माप बुरकी-(स्त्री) 1 मंत्र आदि के समय प्रयुक्त धूल. राख बुसना-(अ० क्रि०) बासी खाने में दर्गध पैदा होना 2 धूल-राख से किया गया जादू-टोना
बुहारना-(स० क्रि०) झाड़ लगाना. साफ़ करना, झाड़ना बुरदू-अं० (पु०) 1 बग़ल, पार्श्व 2 जहाज का पीछेवाला भाग | (जैसे-कमरा बुहारना) बुरा-(वि०) खराब, निकृष्ट 2 दूषित 3 अनुचित एवं | बुहारनी-(स्त्री०) झाड़ निंदनीय। -भला (वि.) अच्छ-बुराः -बुरा करना बुहारा-(पु०) ताड़ की सीकों का बना बड़ा झाड़ 1 अनुचित काम करना 2 नुकसान पहँचानाः कहना निंदा | बुहारी-(स्त्री०) झाडू. बढ़नी करना, बदनाम करना; चाहना बुराई चाहना, अनिष्ट की | बूंद-(स्त्री०) 1 तरल पदार्थ का कण, कतरा (जैसे-पानी की कामना करनाः बनना 1 बुराई लेना, दोषी बनना 2 बदनाम बूंद) 2 वीर्य.। चुराना स्त्री का गर्भवती होना होना; ~मानना 1 दुःखी होना 2 नाराज़ होना; लगना बूंदा-(पु०) बड़ी टिकली, बंदा नागवार लगना; हाल हाना । तबाह होना 2 भीषण संकट बूंदा-बाँदी-(स्त्री०) हल्की वर्षा में पड़ना 3 हालत बिगड़ना (जैसे-रोगी का बरा हाल होना): | बूंदी-(स्त्री०) 1 बुंदिया 2 वर्षा के जल की बूंद
बरे दिन का साथी संकट में साथ देनेवाला दोस्त बू-फा० (स्त्री०) 1 बदबू, दुर्गंध 2 गंध, महक बुराई-(स्त्री०) 1 बुरा होना, खराबी होना 2 खुटाई, दुष्टता | (जैसे-खुशबू)। उड़ना, फैलाना कलंक का प्रसिद्ध हो
3 निंदा. बदगोई 4 अवगुण, दोष। -भलाई (स्त्री) नेकी-बदी, अच्छा-बुरा काम
बूआ-(स्त्री०) पिता की बहन, फूफी बुरादा-अ० (पु०) । लकड़ी का चूरा 2 चूर्ण, चरा बूई-(स्त्री०) एक तरह की वनस्पति बुरुश-अं० (पु०) ब्रश
बूक-(पु०) बकोटा, चंगुल बुर्ज-अ० (पु०) 1 गड़गज 2 मीनार 3 गुंबद । तोप + फ़ा | बूकना-(स० क्रि०) 1 पीसकर चूर्ण करना 2 छाँटना, बघारना (स्त्री०) बुर्ज में लगाई गई तोप
(जैसे-अंग्रेज़ी बूकना) बुर्जवा-अं० (वि०) बुर्जुआ, अवसरवादी मध्यम वर्ग बूका-(पु०) गंगवरार बुर्जी-अ० • हिं० (स्त्री०) छोटा बुर्ज
बूचड़-अं० (पु०) कसाई। खाना + फ़ा० (पु०) बुलंद-फा० (वि.) | बह्त ऊँचा (जैसे-बुलंद दरवाज़ा) __ कसाईखाना 2 उन्नत (जैसे-सेहरा बुलंद होना)। इकबाल • अ० | बूचा-(वि०) । कनकटा 2 नंगा (वि०) भाग्यवान, सौभाग्यशाली:- हिम्मत . अ. (वि०) बूजना-(स० क्रि०) छिपाना ऊँची हिम्मतवाला
बूझ-(स्त्री०) 1 बूझने का भाव 2 समझ, बुद्धि। -बुझौवल बुलंदी-फा० (स्त्री०) 1ऊँचाई 2 उत्कर्ष
(स्त्री०) पहेली: बुझक्कड़ (वि०) अटकल से बुलक्कड़-(पु०) ज्यादा बोलनेवाला
बतानेवाला बुलडाग-अंक (पु०) मझोले आकार के डरावनी सूरतवाले बूझना-(स० क्रि०) । जानना और समझना 2 गढ़ बात जानना कुते की एक जाति
(जैसे-पहेली बृझना) बुलडोज़र-अं० (पु०) मिट्टी आदि खोदकर समतल करनेवाला बूट-I (पु०) । हरा चना 2 चने का पौधा एक यंत्र
बूट-|| अं० (पु०) मोटे तल्ले का अंग्रेज़ी जूता (जैसे-बूट बुलबुल-अ. (स्त्री) मधुर आवाज़ करनेवाली एक प्रसिद्ध पालिश) चिड़िया। बाज़ . फ़ा० (स्त्री०) बुलबुल पालने वाला: बूटा-(पु०) 1 छोटा वृक्ष पौधा 2 कपड़े आदि पर बनी हुई
बाज़ी । फा० (स्त्री०) बलबल पालने का शौक फूल-पत्ती बुलबुला-(पु०) बुल्ला, बुदबुदा
बूटी-(स्त्री०) 1 दवा में काम आनेवाली एक जंगली वनस्पति बुलवाना-(स० क्रि०) | बोलने में प्रवृत्त करना 2 बुलाने का 2 भंग 3 कपड़े पर बने बेल-बूटे 4 ताश के पत्तों पर बनी हई काम कराना
बिंदी। ~भाँग (स्त्री०) भाँग की बूटी बुलाक़-तु० (पु.) । नाक की बीचवाली हड्डी 2 नाक में पहनी बूड़ना-बो० (अ० क्रि०) 1 डूबना (जैसे-नदी में बूड़ना) जानेवाली नथ
2 लीन होना, निमग्न होना (जैसे-काम में बड़ गया) बुलाना-(स० क्रि०) 1 पुकारना 2 बोलने में प्रवृत्त करना । बूड़ा-बो० (पु०) 1 बाढ़ 2 इबाव (जैसे-नदी में हाथी तक का बुलावा-(पु०) 1 आवाहन, निमंत्रण 2 बुलाने का भाव । बूड़ा है)