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दाँवना
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दाना
दाँव मारना) 5 अनुकूल अवसर (जैसे-बच निकलने का दाँव दाढ़ा-I बो० (पु०) लंबी दाढ़ी II (पु०) डाढ़ा नहीं मिला) 6 तरकीब, युक्ति (जैसे-दाँव ढूँढ़ना) 7 चालाकी दाढ़ी-(स्त्री०) 1 ठुड्डी पर के बाल (जैसे-दाढ़ी बनवाना) (जैसे-दाँव दिखाना)। ~घात (स्त्री०) 1 छल, कपट 2 ठुड्डी, ठोढी। दार + फ़ा० (वि०) दाढ़ीवाला 2 मतलब गाँठने का ढंग; -पेंच + फ़ा० (पु०) चाल, (जैसे-दाढ़ीदार आदमी); ~मुढ़वाई (स्त्री०) 1 दाढ़ी के
मकरफ़रेब; लगाना बाजी लगाना; लेना बदला लेना बाल उस्तरे से साफ़ करवाना 2 दाड़ी बनवाने की मज़दूरी, दाँवना-(स० क्रि०) दाँना
पारिश्रमिक; ~मूंछ (स्त्री०) दाढ़ी और मूंछ दौवनी-(स्त्री०) बो० 1 = दावनी (गहना) 2 = =वरी 3 = | दातन-(स्त्री०) दातुन दाँवरी
दातव्य-1 सं० (वि०) 1 देने योग्य 2 दान का II (पु०) 1 दान दाँवरी-I (स्त्री०) रस्सी, डोरी II (स्त्री०) =वरी
2 दानशीलता दाई-(स्त्री०) 1 उपमाता, धाय 2 बच्चा जनानेवाली औरत । दाता-I सं० (वि०) 1 देनेवाला 2 दानशील II (पु०) (जैसे-दाई से पेट छिपाना) 3 दासी, नौकरानी। --गिरी + 1 ईश्वर 2 दानी व्यक्ति फ़ा० (स्त्री०) दाई का काम; ~से पेट छिपाना ऐसे व्यक्ति दातार-सं० (वि०) 1 अधिक दान देनेवाला 2 भगवान
से बात आदि छिपाना जो सारा रहस्य जानता हो दाति-सं० (स्त्री०) देना दाऊ-बो० (पु०) 1 बड़ा भाई 2 बलराम, बलदेव (कृष्ण के | दातुन-(स्त्री०) 1 वृक्ष की पतली, नरम टहनी का छोटा टुकड़ा एक बड़े भाई)
(जैसे-नीम की दातुन) 2 दाँत-मुँह साफ़ करना दाएँ-(क्रि० वि०) दायें। बाएँ (क्रि० वि०) इधर-उधर दातृता-सं० (स्त्री०) दानशीलता दाक्षिणात्य-सं० (वि०) दक्षिण का, दक्षिणी
दातृत्व-सं० (पु०) दानशीलता दाक्षिण्य-I सं० (वि०) दक्षिण संबंधी II (पु०) दातौन-(स्त्री०) दातुन 1 अनुकूलता 2 निपुणता, पटुता 3 साहि० नायक द्वारा नायिका दात्यूह-सं० (पु०) 1 पपीहा, चातक 2 मेघ, बादल का अनुवर्तन
दात्योह-(पु०) = दात्यूह दाख-I (स्त्री०) 1 अंगूर 2 मुनक्का II (वि०) दक्ष दात्र-सं० (पु०) दराँती, हँसिया दाखिल-अ० (वि०) 1 प्रविष्ट 2 शामिल (जैसे-बिना इज़ाज़त दात्री-सं० (स्त्री०) देनेवाली दाखिल होना)। खारिज़ (पु०) का० एक का स्वामित्व दाद-फ़ा० (स्त्री०) 1 इंसाफ, न्याय 2 न्याय हेत की गई प्रार्थना काटकर दूसरे का स्वामित्व काग़ज़ में दर्ज़ करना; दफ़्तर 3 सराहना, प्रशंसा (जैसे-दाद देना)। ख्वाह (वि०) करना (स० क्रि०) बिना कार्रवाई किए काग़ज़ को फाइल में न्याय चाहनेवाला लगा देना; ~करना अदा करना. जमा करना
दाद-(स्त्री०) चि० चकत्तेदार चर्म रोग दाखिला-अ० (पु०) 1 प्रवेश (जैसे-विद्यालय में दाखिला दादनी-फ़ा० (स्त्री०) 1 दातव्य 2 पेशगी दी जानेवाली रकम ।
करवाना) 2 अदायगी 3 चुंगी आदि की रसीद 4 प्रवेश शुल्क दार (पु०) पेशगी देनेवाला 5 दाखिल रजिस्टर
दादा-(पु०) 1 पितामह 2 बड़े-बूढ़ों के लिए प्रयुक्त आदर दाखिली-अ० (वि.) 1 भीतरी, आंतरिक 2 दिली, हार्दिक सूचक शब्द 3 बड़ा भाई। -गिरी , फ़ा० (स्त्री०) गुंडों की (जैसे-दाखिली तौर पर)
सरदारी. गुंडागर्दी दाग-(पु०) 1 दाह 2 दग्धकर्म (जैसे-दाग देना) 3 जलन, ताप दादी-(स्त्री०) पिता की माता, पितामही 4 डाह, ईर्ष्या 5 जलने का चिह्न
दादी-फ़ा० (पु०) न्याय का प्रार्थी । --फ़रियादी (प.) दाग़-फा० (पु०) 1 धब्बा (जैसे-स्याही का दाग) 2 विकार इंसाफ चाहनेवाला
सूचक चिह्न (जैसे-सेव पर सड़ने का दाग़ है) 3 लांछन, | दादू-बो० (पु०) दादा एवं बड़े भाई के लिए आदर सूचक कलंक (जैसे-कुल में दाग लगाना) 4 गर्म लोहे का निशान संबोधन शब्द (जैसे-घोड़े को दाग़ देना)। दार (वि०) 1 दाग़वाला दान-सं० (१०) 1 देन 2 खैरात (जैसे-गरीबों को दान देना) 2 कलंकित; ~बेल + हिं० (स्त्री०) नींव से पहले मकान 3 दी गई कोई वस्तु । ~धर्म (प०) दान देने का धर्म; पत्र आदि की खींची गई रेखाएँ -लगाना 1 कलंकित करना (पु०) ऐसा पत्र जिसमें दान संबंधी उल्लेख हो, परायण 2 कलुषित करना
(वि०) दानशील, ~पात्र (पू.) दान देने योग्य व्यक्तिः दाग़ना-फा० + हिं० (स० क्रि०) 1 गर्म धातु से शरीर पर पुण्य (पु०) - दान धर्मः -प्रतिष्ठा (स्त्री०) दान के निशान लगाना 2 बंदूक आदि छोड़ना 3 संतप्त करना, जलाना साथ की दक्षिणा; लेख (पु०) - दान पत्र: शील 4 शव को आग देना
(वि०) बहुत बड़ा दानी; दाग़ी-फ़ा० (वि०) 1 दागदार 2 लांछित 3 सज़ा भुगता हुआ दानव-सं० (पु०) राक्षस, असुर, दैत्य। गुरु (३०) दाघ-सं० (पु०) । गर्मी. ताप 2 जलन, दाह
शुक्राचार्य दाझना-(अ० क्रि०) 1 जलना 2 डाह करना
दानवारि-सं० (पु०) विष्णु दाड़क-(पु०) दाढ़, डाढ़
दानवी-I सं० (वि०) दानव संबंधी || (स्त्री०) दानव जाति दाडिम-सं० (पु०) 1 अनार 2 इलायची
की स्त्री, राक्षसी दाढ़-I (स्त्री०) चौभर (जैसे-दाढ़ दर्द करना) II (स्त्री०) | दाना-I फ़ा० (पु०) 1 अन्न कण 2 अनाज 3 भाड़ में भुंजा गया दहाड़
अन्न, चबेना 4 भोजन (जैसे-दाना-पानी देना) । चारा +