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सूर्य एवं सोमवंशों का विस्तार
वैवस्वत मनु
सोम वंश
नभग
नृग (सो. नृग)
[पुरूरवस् ऐल (प्रतिष्ठान)]
इक्ष्वाकु (अयोध्या) नाभानेदिष्ट (वैशाली) शर्याति ( कुशस्थली) नरिप्यंत (सू. इ.) (सू. दिष्ट.) (मू. शति.) (सू. नरि.) निमि (विदेह, सू. निमि.)
आयु (प्रतिष्ठान, सो, आयु.)
अमावसु (कान्यकुञ्ज)
(सो. अमा.)
नहुष (प्रतिष्ठान)
क्षत्रवर्धन (काशी, सो.क्षत्र) अनेनस् (क्षत्रधर्मन् वंश)
ययाति (प्रतिष्ठान)
११४४
तुर्वसु (सो. तुर्वसु.)
पूरु (प्रतिष्ठान, सो. पूरु.) द्रुह्यु (गांधार, सो. द्रुह्य.) यदु (मध्यभारत, सो. यद्.) अनु (सो. अनु.)
पौराणिक राजवंश
भरत
हस्तिन् (हस्तिनापुर)
सहस्रजित् (हैहय, माहि.) क्रोष्टु (मथुरा) अंधक (मथुरा) उशीनर (गांधार) तितिक्षु (पूर्व भारत)
(सो, सह.) (सो. कोप्टु.) (सो. वृष्णि.) (सो. उशी.) (सो. अनु.)
अजमीढ ( हस्तिनापुर, सो. ऋक्ष.) द्विमीढ (सो. द्विमीढ.).
वंग
पुण्डू
सुह्म
कलिंग
नील (उत्तर पांचाल, सो. नील.)
ऋक्ष (हस्तिनापुर, सो. ऋक्ष.) कुरु ( हस्तिनापुर, सो, कुरु.)
बृहद्वसु ( द. पांचाल) नीप
द्रुपद
सोमवंश
कौरव एवं पांडव
वासव (चेदि)