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अभिधानचिन्तामणिनाममाला . ४४. . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द/लिंग / श्लोक / अर्थ इन्द्राग्निदेवता स्त्री ११२ विशाखा नक्षत्र इल्वला स्त्री ११० मृगशिर नक्षत्रना माथे 'इन्द्राणिका' स्त्री ११४७ नगोडनुं झाड,
रहेला पांच ताराओ सिन्दुवार इष पुं १५५ आसो महिनो इन्द्राणी स्त्री १७५ इन्द्रनी अप्सरा | 'इषाका' स्त्री १२२५ हाथीनी आंखनो डोळो इन्द्राणीमह पुं ५१८ (शे. १०९) वरनो | 'इषिका' स्त्री १२२५ हाथीनी आंखनो डोळो
महोत्सव इषीका स्त्री ११९५ काश तृण, कसाड़ो इन्द्रानुज पु २१४ विष्णु, नारायण इषु पुं २२८ कामदेवनाः बाणपुष्पो इन्द्रायुध पुं १२४३ काळी आंख वाळो घोडो | इषु त्रि ७७८ बाण (इन्द्रावरज) पुं ९ (प.) विष्णु (इषुधि) पुं ७८२ बाण राखवा- भाएं इन्द्रिय पुं ६२९ शुक्र, वीर्य . इष्ट न. ८३४ यज्ञ वगेरे . इन्द्रिय न. १३८३ चक्षु वगेरे इन्द्रिय | इष्टम् अ. १५०५ इच्छा प्रमाणे इन्द्रियग्राम पुं. १४१४ इन्द्रियोनो समूह | 'इष्टकापथ' न. ११५८ काळा वाळानुं मूळ इन्द्रियायतन न. ५६३ शरीर
इष्टगन्ध पुं १३९१ सुगंधी सुवास इन्द्रियार्थ पु १३८४ स्पर्शादि पांच विषयो | इष्टापूर्त न. ८३५ यज्ञकर्म अने वाव कूवा वगेरे इन्धन न. ८२७ लाकडा, बळतण | इष्य पुं न. १५६ वसंतऋतु इन्वका स्त्री ११० (शि. ९) मृगशिर . इष्वास पुं. न. ७७५ धनुष्य
नक्षत्रना माथे रहेला पांच ताराओ इभ पुं १२१८ हाथी
ई स्त्री २२६ (शि.१५) लक्ष्मी, विष्णुनी पत्नी इभपालक पुं ७६२ महावत
ईक्षण न. ५७५ आंख इभारि पुं १२८४ सिंह
ईक्षण न. ५७६ जोवू ते . इभ्य पुं ३५७ धनाढ्य, धनवान ईक्षणिक पुं ४८२ ज्योतिषी, दैवज्ञ इरम्मद पुं ११०१ वीजळीनो अग्नि ईडा स्त्री २६९ वखाण, स्तुति इरा स्त्री ९०२ मदिरा
ईण्डेरिका स्त्री ४०० (शे. ९७) वडी इरा स्त्री १०७० (शे. १६४) पाणी | ईति स्त्री ६० भग.नो छो अतिशय, १२५ इरावर न. १६६ (शे. ३०) पाणीना करा | योजनमा धान्यादिकने उपद्रव करनार उंदर इरिण न. ९३९ उखर भूमि
वगेरेनी उत्पत्ति न थाय ते इला स्त्री ९३७ पृथ्वी
। ईति स्त्री १२६ उपद्रव, अकस्मात्