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शब्दमाला . ४३ ।
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ • शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ इतरथा अ. १५४२ (शे. २०५) बीजी रीते | | इन्द्र पुं १६९ पूर्व दिशानो स्वामी इतरेतर न. १४९९ परस्पर
इन्द्र पुं १७१ इंद्र 'इतरेधुस्' अ. १५४२ (शे. २०३) बीजा | इन्द्र पुं ३५९ स्वामी, नायक
दिवसे | इन्द्र पुं ११९९ एक प्रकारचें झेर प्रति अ. १५४२ (शे. २००) निश्चय अर्थ | इन्द्रक न. ९९७ सभागृह
बतावनार | इन्द्रकील पुं १०३० मंदराचल इतिह अ. १५३७ परंपराथी आवेल उपदेश, | इन्द्रकोश पुं १०११ झुलती अटारी, अगासी संप्रदाय
इन्द्रगोप पुं १२०९ गोकळ गाय, तिहास पुं २५९ पूर्व- चरित्र ...
चोमासाना कीडा इत्वम् अ. १५४२ (शे. २०५) ए प्रमाणे, एम | इन्द्रच्छन्द पुं६५८ एक हजार आठ सेरनो हार इत्वर पुं १२४९ (शि. १११) सांढ, आखलो | इन्द्रजाल न.७३८ मंत्र-तंत्रादिथी असंभवित दुबरी स्त्री ५२८ कुलटा, असती
वस्तु बताववी हदानीम् अ. १५३० हमणा, हाल इन्द्रजाल न. ९२६ गारुडी विद्या, जादुगरी इध्म पुं न. ८२७ लाकडा, बळतण 'इन्द्रदु' पुं ११३५ अर्जुन वृक्ष, सादडा, झाड इन पुं ३५९ स्वामी, नायक .. इन्द्रनील पुं. न. १०६५ नीलमणि । इन पुं ९७ .सूर्य
इन्द्रभगिनी स्त्री २०५ (शे. ५१) पार्वती इन्दिरा स्त्री २२६ लक्ष्मी, विष्णुनी पत्नी . इन्द्रभूति पु. ३१ प्रथम गणधर दिन्दिर पुं १२१२ भमरो
इन्द्रमह पुं.१२८० (शे. १८३) कूतरो 'मन्दवर' न. ११६४ नीलकमळ इन्द्रमहाकामुक पुं१२८० (शे. १८२) कृतरो इन्दीवर न. १८६४ नीलकमळ, काळु इन्द्रलुप्तक न. ४६६ केश खरी पडे तेवो रोग . . कमळ
इन्द्रवारुणी स्त्री ११५७ काळा वालानुं मूळ इन्दीवार न. ११६४ नीलकमळ, काळु .. इन्द्रवृद्धिक पुं १२४३ (शे. १८१) गुप्त कमळ
अंडवाळो घोडो इन्दु पुं १०५ चंद्रमा, चंद्र
इन्द्रसुत पुं ७०४ वाली इन्दुकान्ता स्त्री १४३ रात्रि
'इन्द्रसुरस' पुं ११४७ नगोडनुं झाड, सिन्दुवार इन्दुजा स्त्री १०८३ नर्मदा
'इन्द्रसुरिस' पुं ११४७ नगोडनुं झाड, इन्दुभृत् पुं १९९ शंकर, महादेव
सिन्दुवार