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________________ अभिधानचिन्तामणिनाममाला • २८ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक./ अर्थ अश्वत्थ पुं ११३१ पीपळो । अष्टापद पुं १०२८ अष्टापद, कैलास पर्वत अश्वमेधीय पुं १२४३ अश्वमेध यज्ञनो घोडो | अष्टापद पुं न. १०४३ सोनुं अश्वयुज् स्त्री १०८ अश्विनी नक्षत्र अष्टापद पुं १२८६ (शि. ११४) अष्टापद, अश्ववार पुं ७६१ घोडेसवार : पशु विशेष अश्ववारण पुं १२८६ रोझ अष्ठीवत् पुं ६२४ ढींचण .. (अश्वषड्गव) न. १४२४ छ घोडा | असंयुत पुं २१९ (शे. ६८) नारायण अश्वसेन पुं ३८ पार्श्वनाथ भगवानना असकृत् अ. १५३१ वारंवार पितानुं नाम असक्त न. १४७१ हमेशा अश्वसेन नृपनन्दन पुं६९२ चोथा चक्रवर्तीनुं नामः | असकुल पुं ९८६ राजमार्ग अश्वा स्त्री १२३३ घोडी | असव्य न. ८७५ असंख्य, संख्या न अश्वारोह पुं ७६१ घोडेसवार करी शकाय तेटली वस्तु अश्विन् (द्वि.व.) पुं १८१ स्वर्गना वैद्य | असती स्त्री ५२८ कुलटा स्त्री अश्विनी स्त्री १०८ अश्विनी नक्षत्र | असतीसुत पुं. ५४८ व्यभिचारिणी स्त्रीनो पुत्र अश्विनीपुत्र (द्वि.व.पुं.) १८१ स्वर्गना वैद्य | ( असत्य ) न. २६५ असत्य अश्वीय न. १४२० घोडानो समुदाय | असदध्येत पुं ८५७ खोटो जाप करनार, अषडक्षीण न. ७४१ त्रीजो माणस न कुपाठक जाणी शके तेवी वात | असन पुं. न. ११४४ वृक्षतुं नाम, जीवक अष्टतालायता स्त्री ७८७ शक्ति नामनुं शस्त्र | असन्महस् पुं १७४ (शे. ३२) इन्द्र अष्टपाद् पुं १२११ करोळीयो ( असंबद्ध) न. २६७ अर्थ वगरनुं बोलq ते अष्टपाद् १२८६ अष्टापद, पशु विशेष असम्मत पुं ४९१ विरुद्ध अष्टमङ्गल पुं १२३७ पूछडु, छाती, खरी, | असह न. ६०३ (शे. १२५) हृदय वाळ अने मुख ए आठ श्वेत होय तेवो घोड़ो | | असहन पुं ७२९ शत्रु अष्टमूर्ति पुं १९६ शंकर असार न. १४४६ नकामुं अष्टश्रवण पुं २११ ब्रह्मा । असि पुं ७८२ तलवार अष्टादशभुजा स्त्री २०५ (शे. ५७) पार्वती | असिक न. ५८१ होठनो नीचलो भाग अष्टापद पुं न. ४८७ चोपाट वगेरे रमवानुं | असिक्नी स्त्री ५२१ अंतःपुरमा निमायेली स्त्री खानावाळु लुगडं । असित पुं १२० शनि
SR No.016120
Book TitleShabdamala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuktichandravijay, Munichandravijay
PublisherShantijin Aradhak Mandal
Publication Year2000
Total Pages474
LanguageGujarati
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size9 MB
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