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अभिधानचिन्तामणिनाममाला
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सदादान पुं १७७ (शे. १३५ ) इन्द्रनो हाथी सदानीरा स्त्री १०८५ करतोया नदी सदायोगिन्पुं २१९ (शे. ७६) विष्णु, नारायण सदृक्ष पुं १४६१ तुल्य, समान, सरखुं सदृश् पुं १४६१ तुल्य, समान, सरखुं ( सदृशाह्वया) स्त्री २६१ घणाए करेलो पोकार
सदेश न. १४५० समीप, पासे सद्भूत न. २६५ सत्य, साचुं सद्मन् न. १० ( प. ) आश्रयवाचक शब्दथी जोडवायोग्य शब्द दा.त. घुसद्मा
सद्मन् न. ९९० घर
सद्यस् अ. १५३२ एकदम, तत्काल सद्यस् अ. १५४२ (शे. २०३) ते ज दिवसे सद्यस्क न. १४४८ नवुं सधर्मचारिणी स्त्री ५१३ ( शि. ४१ ) पत्नी सधर्मन् पुं १४६१ तुल्य, समान, सरखुं सधर्मिणी स्त्री ५१२ पत्नी सधीची स्त्री ५२९ सखी सध्यञ्च् अ. ४४४ साथे जनार सनत् पुं २१३ (शे. ६४ ) ब्रह्मा सनत् अ. १५३१ (शि. १३७) हंमेशा नित्य सनत्कुमार पुं ६९३ चोथा चक्रवर्ती सनत्कुमारज पुं ९३ त्रीजा वैमानिक देव सना अ. १५३१ हंमेशा, नित्य सनात् अ. १५३१ (शि. १३७) हंमेशा,
नित्य
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शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सनातन पुं २१६ विष्णु, नारायण, कृष्ण सनातन न. १४५२ शाश्वत, नित्य सनाभि पुं ५६२ पित्राई, सात पेढी सुधीना कुटुम्बी
सनि स्त्री पुं ३८८ याचना करवी ( सनिष्ठेव ) न. २६७ थुंक उडे तेवुं वचन सनीड न. १४५० समीप, निकट, पासे सन्तत न. १४७२ निरन्तर, कायम सन्तति पुं ५४३ ( शे. ११५) छोकरूं, गोत्र-पुत्र
'सन्तति' स्त्री ५०३ ( शि. ३९) कुल, वंश 'सन्तप्त' न. १४९३ सन्तापेलुं सन्तमस न. १४६ अन्धकार सन्तान पुं १७९ कल्पवृक्ष सन्तान पुं ५०३ कुल, वंश सन्तान पुं ५४३ ( शे. ११५) संतति, छोकरुं सन्ताप पुं ११०२ अग्निवडे दाझवाथी थती पीडा सन्तापित पुं १४९३ संतापेलुं सन्तोष पुं ८२ पांच नियम पैकी बीजो नियम सन्तोष पुं ३०८ संतोष, सारी रीते तुष्टि सन्दर्भ पुं ६५३ रचना, गूंथण संदेश पुं ९०९ साणसी, चीपीओ सन्दान न. १२७४ पशुओने बांधवानुं दोरडुं सन्दानित पुं ४३९ केदी सन्दानिनीं स्त्री ९९९ गोशाळा सन्दाव पुं ८०-२ पलायन, नाशी जवुं