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.शब्दमाला • ३३५ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ. | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सजाति स्त्री ३७१ हिंसा
सत्यसङ्गर न. पुं १९० (शे. ४०) कुबेरदेव सज्ञा स्त्री २६० नाम
सत्याकृति स्त्री ८७२ खरीदवा माटे नक्की सञ्ज पुं ४५६ जोडायेला ढींचणवाळो
करेल बहानुं आपq ते सज्वर पुं ११०२ अग्नि वडे दाझवाथी | सत्याग्नि पुं १२३ (शे. १८) अगस्त्य ऋषि . थती पीडा
सत्यानृत न. ८६७ वेपार सटा स्त्री ८१६ जटा (केशनी जटा) सत्यापन न. ८७१ खरीदवा माटे नक्की सण्डीन न. १३१८ ऊडवानी किया,
करीने बहानुं आपq ते ऊडवू ते
(सत्येतस्त्) न. २६५ असत्य वचन सत् पुं ३४२ विद्वान, पंडित . सत्र न. ८२० यज्ञ सतत न. १४७१ निरंतर, कायम सत्र न. १११० जंगल सतत्त्व न. १३७७ स्वरूप, स्वभाव सत्र न. ६६७ (शे. १३७) वस्त्र सती स्त्री २०४ पार्वती
सत्रशाला स्त्री १००० हमेशनी दानशाळा सती स्त्री ५२८ सती स्त्री
सत्रा अ. १५२७ साथे सती स्त्री १०५५ फटकडी
सत्रिनपुं७३४ हमेशा दान आपनार, घरधणी सतीनक पुं ११७० वटाणा
सत्वर न. १४७० जलदी सतीर्थ्य पुं ७९ गुरुभाई, सहाध्यायी सत्वर न. १५३० जल्दी, उतावळथी : ' सत्तम न. १४३९ श्रेष्ठ, अतिशय, उत्तम' | सथूत्कार न. १६७ थूक ऊडे तेवं वचन सत्त्व न. पुं १३६६ संसारी जीव, प्राणी सद् पुं १० (प.) आश्रयवाचक शब्दथी सत्त्वप्रधानता स्त्री ७१ साहसवाळी वाणी, . जोडवा योग्य शब्द दा.त. धुसद् प्रभुनी वाणीनो ३५. पैकी ३२मो गुण | सदन न. ९९० घर सत्पथ पुं. ९८४ सारो. मार्ग
सदस् स्त्री ४८१ सभा सत्य न. २६४ साचुं
सदस्य पुं ४८० सभाजन, सभ्य सत्यकार पुं ८७२ खरीदवा माटे नक्की करेल | सदा अ. १५३१ हमेशा
. बहानुं आपQ ते . सदागति पुं ९८ (शि. ९) सूर्य सत्यप्रवाद न. २४७ १४ पूर्व पैकी सदागति पुं ११०७ (शे. १००) पवन, वायु
छठ्ठा पूर्वनुं नाम सदातन न. १४५३ (शि. १२९) शाश्वत, सत्यवती स्त्री ८४७ व्यास ऋषिनी माता ।
. नित्य