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पलावनार
| अभिधानचिन्तामणिनाममाला . ३१२ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थशब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ व्रात पुं १४११ समूह
शकुनि पुं १३१६ पक्षी वातीन पुं ४८० संघनी साथे रही आजीविका | शकुनि पुं १३३४ समडी
| शकुनि पुं १३३५ (शे. १९५) गीध व्रात्य पुं ८५४ संस्कारहीन ब्राह्मण
| शकुन्त पुं १३१६ पक्षी व्रीड पुं ३११ (शि. १९) लज्जा | शकुन्त पुं १३३८ भास पक्षी, काबर' व्रीडा स्त्री ३११ लज्जा
| शकुन्तलात्मज पुं ७०२ भरत, दुष्यन्त अने व्रीहि पुं ११६८ धान्य
. शकुन्तलानो पुत्र व्रीहि पुं ११६८ डांगरनी एक' जात | शकुन्ति पुं १३१६ पक्षी वैहेय न. ९६६ डांगरनुं खेतर
शकुल पुं १३४५ एक जातनुं माछखें
| शकुलार्भक पुं १३४५ शकुल शंव पुं १८० इन्द्रनुं वज्र
मच्छना बच्चा शंवर पुं २२८ कामदेवनो शत्रु शकृत् न. ६३४ विष्ठा, मळ शंवर पुं १२९३ मृग, हरण . शकृत्करि पुं १२६० वाछरडो शंवर पुं १३४४ मच्छ, माछखें शकृद्धार न. ६१२ गुदा 'शंवर' न. १०६९ पाणी
| शक्त पुं ४९१ समर्थ (शवरारि) पुं २२८ कामदेव शक्ति स्त्री ७३५ प्रभुत्व, उत्साह अने मंत्र शकट पुं २२० विष्णुनो शत्रु, असुर
- एत्रण शक्तिओ शकट त्रि ७५३ गाईं
| शक्ति स्त्री ७८७ शक्ति नाम, शस्त्र (शकटारि) पुं २२१ विष्णु, नारायण शक्ति स्त्री ७९६ पराक्रम, सामर्थ्य शकल न. पुं १४३४ टुकडो, ककडो (शक्तिपाणि) पुं २०९ कार्तिकेय, शकल न. ६२७ (शि. ४८) कपाल,
शंकरनो पुत्र माथानी खोपरी शक्तिभत २०९ कार्तिकेय, शंकरनो पुत्र शकलिन् पुं १३४४ माछलुं, मच्छ | शक्र पुं १७२ इन्द्र शकुन पुं ६२ पक्षीओ प्रदक्षिणा करे ते, 'शक' पुं ११३७ इन्द्रजव- झाड
तीर्थकरनो ३४ पैकी २९मो अतिशय शक्रजित् पुं ७०६ मेघनाद शकुन पुं १३१६ पक्षी
| शक्रशिरस् न. ९७१ सफडो (शकुनावेदनी) स्त्री १२८९ शीयाळ । शक्राणी स्त्री १७५ (. ३३) इन्द्राणी