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“शब्दमाला
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शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शक्ल पं ३५१ प्रिय बोलनार
(शत्पाणि) पुं २१९ विष्णु, नारायण शक्वर पुं १२५७ बळद
शङ्खमृत् पुं २१९ विष्णु, नारायण शंकर पुं १९५ शंकर, महादेव . शङ्खमुख पुं १३४९ मगरमच्छ । शङ्का स्त्री ३१५ अनिष्ट संभावना शची स्त्री १७५ इन्द्राणी .. शकु पुं ७८७ बाणनो अग्रभाग शचीपति पुं १७३ इन्द्र
. शकु पुंस्त्री ८७४ दश महांबुज (संख्या) | (शचीश) पुं १७३ इन्द्र शकु पुं ११२२ वृक्षनुं हुंठे
शठ पुं ३७६ धूर्त, मायावी शकु पुं १८८ (शे. ३८) राक्षस | शठ न. १०४२ (शे. १६१) कलई, सीसुं शङ्कु पुं २०० (शे. ४७) शंकर | शठता स्त्री ३७७ माया, लुच्चाई .. शङ्कु पुं६१० (शे. १२८) पुरुष चिह्न, लिंग शण न. ११७९ शण, भांग (शकु) पुं १३५२ जलजन्तु
शण्ठ पुं ३७६ (शि. २५) शठ, मायावी शङ्कुकर्ण पुं १२५६ गधेडो .. शण्ठ पुं ५६२. (शि. ४५) नपुंसक शकुमुख पुं १३४९ (शि. १२१) शण्ड पुं १२५९ (शि. १११) सांढ,.. मगरमच्छ
आखलो शङ्कुर पुं ४७९ त्रास आपनार शण्ढ पुं ५६२ (शि. ४५) नपुंसक शङ्क पुं ४८. श्री नेमिनाथ भगवान लांछन- शत न. पुं८७३ सो शङ्ख पुं १९३ नव निधि पैकी नवमो निधि | शतक पुं २१९. (शे. ६६) विष्णु, नारायण शङ्ख पुं न. ५७४ कपाळ अने काननी शतकीर्ति ५४ आवती चोवीशीना दशमा वच्चेनो भाग, लमणां |
तीर्थकर शङ्ख पुं न. १२०५ शंख
शतकोटि पुं १८० इन्द्रनुं वज्र शङ्ख पुं १३१० नाग विशेष. पीळो अने| शतक्रतु पुं १७३ इन्द्र गळामां सफेद रेखावाळो सर्प शतघ्नी स्त्री ७८७ (शे. १५०) शस्त्रनो एक (शङ्ख) पुं १०६३ रनविशेष, रत्ननी जाति
प्रकार - तोप (शक्षक) पुं १९३ नव निधि पैकी शतद् स्त्री १०८४ शतलज नदी
नवमो निधि . . . शतधार पुं १८० (शि. १३) वज्र शङ्खनक पुं १२०५ शंखला, नाना शंख | शतधृति पुं २१३ ब्रह्मा 'शङ्खनख' 'पुं १२०५ शंखला . |शतपत्र न. ११६१ कमळ