________________
शब्दमाला • २५१ . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ महापद्म पुं १३०९ मस्तकमां १० टीलावाळो महायज्ञ पुं ८२२ ब्रह्म वगेरे पांच महायज्ञो सफेद नाग
महायशस्पुं५० गई चोवीशीना चोथा भगवान महाफला स्त्री ७८७ (शे. १४८) शक्ति | महायोगिन् पुं १३२५ (शे. १९३) कूकडो
नामशास्त्र | महारजत न. १०४३ सोनुं महाबल पुं ११०७ पवन ।
महारजन न. ११५९ कसुबो, कसुंभ महाबल न. १०४१ (शे. १६०) सीसुं। | (महारण्य) न. ११११ मोटुं जंगल (महाबिल) न. १६३ आकाश
महारस न. ४१६ कांजी, राब महाबीज्य न. ६१३ अंडमूळ, अंड अने | महाराज पुं ५९४ नख वंक्षणनो मध्य भाग
महारौद्री स्त्री २०५ (शे. ६०) पार्वती महाबोधि पुं २३२ बुद्ध, सुगत
महार्थता स्त्री ६६ विशाल अर्थवाळी प्रभुनी महाभीरु स्त्री १२०८ चीचडी, गीगोडी
वाणी, प्रभु-वाणीना ३५ गुण पैकी ८मो गुण महामति पुं ११९ (शे. १४) बृहस्पति, गुरु |
| महावस पुं १३५० जलनो वांदरो
महाविद्या स्त्री २०५ (शे. ५२) पार्वती महामत्स्य (ब.व.) पुं १३४८ मोटा माछला
महावीरपुं३० महावीरस्वामी, २४मी तीर्थंकर महामनस् पुं ३६७ उदार, महात्मा
महावीरपुं ८३६ होम माटेनो अग्नि, यज्ञाग्नि महामद पुं १२१८ (शे. १७६) हाथी. .
| (महावृष्टि) स्त्री १६५ वेगवाळो वरसाद महामात्र पुं ७२० प्रधान,
महावेग पुं २३१ (शे. ८०) गरुड पक्षी अमात्य पुरोहित वगेरे
महावतिन् पुं १९७ महादेव महामात्र पुं ७६२ हाथी उपर बेसनार
| महाशय पु ३६७ उदार, महात्मा महामानसिका स्त्री २४० १६मी विद्यादेवी |
महाशय पुं १०७४ (शे. १६७) समुद्र महामाय पुं २१९ (शे. ७४) विष्णु
महाशय्या स्त्री ७१६ राजानी शय्या महामाया स्त्री २०५: (शे. ४९) पार्वती
महाशालि पुं ११६९ सुगंधी चोखा महामुख पुं १३४९ मगरमच्छ
महाशिरः समुद्भव पुं ६९६ छट्ठा वासुदेव महामृग पुं १२१७ हाथी.
महाशिला स्त्री ७८७ तोप जेवू शस्त्र महामैत्र पुं २३५ बुद्ध, सुगत
महाशुक्रज पुं ९३ सातमा वैमानिक महाम्बक पुं २०० (शे. ४४) महादेव
देवलोकना देवो महाम्बुज न. ८७४ दश निखर्य (संख्या) | महाशूदी स्त्री ५२२ भरवाडनी जातिमां महायक्ष पुं.४१ अजितनाथ भ.ना शासनदेव । उत्पन्न थयेली स्त्री, भरवाडनी स्त्री
- दाना