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नारायण
अभिधानचिन्तामणिनाममाला • २५० शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द/लिंग / श्लोक / अर्थ मह पुं १५०८ उत्सव
महाचण्डी स्त्री २०६ (शे. ६२) चामुंडा महत् न. १४३० विशाळ, मोटुं
. देवी महती स्त्री २८९ नारदनी वीणा 'महाजया पुं २०५ (शे. ५२) पार्वती महस् न. १०० किरण
महाज्वाल पुं ८३६ यज्ञाग्नि महस् अ. १५४२ (शे. २०२) फरीथी महातपस् पुं २१९ (शे. ७२) विष्णु,
__ आरंभ बतावनार अव्यव महाकच्छ पुं १०७४ (शे. १६७) समुद्र | महातमःप्रभा स्त्री १३६० नरकनी पृथ्वी महाकन्द पुं ११८७ लसणं . | महातरु पुं ११४० थोर महाकान्त पुं २०० (शे. ४५) शंकर महातेजस् पुं २०९ कार्तिकेय, शंकरनो पुत्र महाकान्ता स्त्री ९३८ (शे. १५७) पृथ्वी | महातेजस् पुं १२४ सप्तर्षि पैकी ७मा ऋषि महाकाय पुं १२१८ (शे. १७६) हाथी । | महात्मन् पुं ३६७ उदार, महात्मा महाकाल पुं ११४१ किंपाक वृक्ष । | महादेव पुं १९८ शंकर (महाकाल) पुं १९३ ९ निधि पैकी । महादेवी स्त्री २०४ पार्वती ७मो निधि
महाधातु पुं ६२० रस धातु महाकाली स्त्री ४४ सुमतिनाथ भगवाननी | महानट पुं १९८ शंकर शासनदेवी
महानन्द पुं.७४ मोक्ष महाकाली स्त्री २३९ १६ पैकी ८मी विद्यादेवी | | महानसन. ९९८ रसोडु महाकाली स्त्री २०५ (शे. ५३) पार्वती | महानाद पुं ५७३ कान महाकुल पुं ५०२ कुलवान, खानदान महानाद पुं १२८४ सिंह महाक्रम पुं २१९ (शे. ७१) विष्णु, महानाद पुं २०० (शे. ४६) शंकर
नारायण | महानिशा स्त्री १४५ अर्द्धरात्रि महागन्धा स्त्री २०६ चामुंडा देवी महानिशा स्त्री २०५ (शे. ६०) पार्वती महागिरि पुं ३४ दश १० पूर्वी पैकी पहेला | महानील न. १०६५ (शि. ९५) नीलमणि
१० पूर्वी | (महानील) पुं १३११ एक प्रकारनो नाग महाग्रह पुं १२१ (शे. १५) शनि ग्रह | महापक्ष पुं २३१ (शे. ८०) गरुड पक्षी महाङ्ग पुं १२५४ ऊंट
महापथ पुं ९८७ राजमार्ग महाचण्ड पुं १८६ यमनो सेवक | महापद्म पुं १९३ नव निधि पैकी पांचमो निधि