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अभिधानचिन्तामणिनाममाला • २३०
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ बाहुल पुं १५५ कार्तिक मास बाहुल न. ७६९ हाथनुं बख्तर ( बाहुलेय) पुं २०८ कार्तिकेय, शंकरनो पुत्र
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ बीजकोशी स्त्री ११३० शींग, बीजनो कोश बीजदर्शक पुं. ३३० (शे. ९१) सूचन करनार बीजपुष्पिका स्त्री ११७८ जुवार बीजपूर पुं ११५० बीज़ोरु
बीजरुह पुं १२०१ बीजमांथी उत्पन्न थाय डांगर बीजवर पुं ११७१ अडद : बीजसू स्त्री ९३७ पृथ्वी बीजाकृत न. ९६९ प्रथम वावीने खेलुं खेतर बीजिन् पुं ५५६ पिता
बीजोदक न. १६६ (शे. ३०) पाणीना करा बीज्य पुं ७१३ वंशज
बीभत्स पुं २९५ बीभत्सरस नव रस पैकी एक रस
बिभेदक पुं १९४५ (शि. १०३) बहेडा
बिम्ब पुं न. १०७ चन्द्रनुं बिम्ब
बीभत्स पुं ७१० अर्जुन
बिम्बी स्त्री ११८५ टींडोला, गीलोडानो वेलो बीभत्सु पुं ७१० (शि. ६० ) अर्जुन
( बुक्क) न. ६२३ हृदय
बिल न. १३६३ छिद्र बिलेशय पुं १३०३ सर्प, नाग बिल्व पुं ११३५ बीलीनुं झाड ( बिस) न. ११६५ कमळनी नाळ (बिसकाण्डिका) स्त्री. १३३३ बगली ( बिसप्रसूत) न. ११६१ कमल 'बिसिनी' स्त्री ११६० कमलनो वेलो बीज न. ६२९ शुक्र, वीर्य बीज न. १५१३ कारण बीजकोश पुं ११६५ कमलना बीजनो डोडो
बाहुसम्भव पुं८६३ क्षत्रिय बाह्याराम पुं १११२ नगरनी बहारनो बगीचो 'बाह्निक' पुं १२३५ वाहलीक देशना घोडा बाह्निक पुं १२३५ वालीक देशना घोडा 'बिड' न. ९४२ बीडलवण, पकावेलुं मीठं बिडाल पुं १३०१ बिलाडो बिडालक न. १०५८ हरताल बिडौजस् पुं १७१ इन्द्र बिन्दु पुं १०८९ पाणीनुं टीपुं बिभीतक त्रि. १९४५ बहेडा
बुक्कन न. १४०७ कूतरानुं भसकुं बुक्कस पुं ९३३ चांडाल बुद्ध पुं २३२ सुगत, बुद्ध बुद्ध न. १४९६ जाणेलुं बुद्धि स्त्री ३०८ अक्कल, ज्ञान बुद्धिशक्ति स्त्री १५२४ प्रज्ञा सामर्थ्य बुद्धिसहाय पुं ७१९ (शि. ६२) प्रधान, मंत्री बुद्धीन्द्रिय न. १३८४ ज्ञानेन्द्रिय, मन, बे कान, बे आंख, त्वचा जीभ अने नाक